झारखंड विधानसभा के चुनाव के दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने में अब 12 घंटे से भी कम समय रह गया है और पूरे प्रदेश की निगाहें इन 20 सीटों पर हैं। कहा जा रहा है कि दूसरे चरण का चुनाव ‘महामुकाबला’ है, क्योंकि इन पर जहां भाजपा के सामने ताकत बढ़ाने की चुनौती है, वहीं झामुमो के सामने अपना गढ़ बचाने का चैलेंज है। इस ‘महामुकाबले’ को विभिन्न दलों द्वारा चुनाव मैदान में उतारे गये नये खिलाड़ी बेहद रोमांचक बना रहे हैं। खास बात यह है कि ये सभी नये खिलाड़ी सीटिंग विधायकों के स्थान पर उतारे गये हैं और इनमें से किसी को भी चुनाव लड़ने का कोई अनुभव नहीं है। इन नये खिलाड़ियों के सामने जहां अपने-अपने दल के लिए सीट बरकरार रखने की चुनौती है, वहीं खुद को चुनावी राजनीति में स्थापित करने की महती जिम्मेवारी भी है। इन नये खिलाड़ियों की चुनावी संभावनाओं और इनके कारण रोमांचक हो चुके मुकाबले पर आजाद सिपाही पॉलिटिकल ब्यूरो की विशेष रिपोर्ट।