अच्छा रिसीवर वह होता है, जो कमजोर सिग्नल भी मजबूती से पकड़े और अच्छा मुख्यमंत्री वह होता है, जो विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे। हेमंत सोरेन ने 23 दिसंबर को झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अपने हर कदम और बयानों से यह साबित किया कि वह झारखंड की जनता की उम्मीदों पर खरे हैं और नायक बनने की दक्षता, क्षमता और ऊर्जा उनमें कूट-कूट कर भरी हुई है। उन्हें झारखंडी मानस की आकांक्षाओं की जानकारी तो है ही, राज्य की समस्याओं की समझ भी है। नौकरशाही उनके नेतृत्व में कैसे काम करे, इसका संकेत वे दे चुके हैं और समन्वय और सहयोग की सरकार वह कैसे चलायेंगे इसका भी परिचय उन्होंने दे दिया है। हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और उनके नेतृत्व में झारखंड के कायाकल्प की उनकी कोशिशों को रेखांकित करती दयानंद राय की रिपोर्ट।