झारखंड में कोरोना संकट ने खौफनाक रूप अख्तियार कर लिया है। दो हजार से अधिक सक्रिय संक्रमित और 38 मौतों ने पूरे प्रदेश में दहशत का जो माहौल बनाया है, उससे उबरने में राज्य को लंबा समय लगेगा। आपदा बढ़ने के साथ ही राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की चरमराती स्थिति इस चिंता को और बढ़ा रही है। संक्रमितों के लिए बनाये गये अस्पताल तेजी से भर रहे हैं और राजधानी में अब कोई भी बेड खाली नहीं है। मरीजों को लौटाया जा रहा है।