यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सपा में जारी कलह के बीच शुक्रवार को मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खेमो के कई लोग चुनाव आयोग पहुंचे. दोनों खेमों के साथ बड़े वकील भी आयोग के दफ्तर में पहुंचे. जिन्होंने अपने अपने खेमों के तरफ से जोरदार दलील पेश की. वकीलों में अखिलेश तरफ से कांग्रेस नेता और पूर्व मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल भी मौजूद थे. जिन्होंने अखिलेश के तरफ से तगड़ी दलील पेश की.
सूत्रों की माने तो उसके बाद ही मुलायम ने सिब्बल से कुछ ऐसा कहा जिससे अखिलेश पक्ष की मजबूती झलकती है. मुलायम ने उनसे कहा कि आप हमारे पुराने साथी रह चुके हैं. देखिए चाहे जितना लड़ लीजिए.
लेकिन उस बात का ध्यान रखना कि आपस में किसी का नुकसान न होने पाए. जिसका फायदा को कोई दूसरा उठा सके है. हालांकि मुलायम द्वारा सिब्ब्ले यह से कहना उनकी पार्टी बचाने की कोशिश भी साबित हो रही है.
सूत्रों की माने तो सिब्बल ने चुनाव आयोग सीएम अखिलेश के तरफ कहा, ‘अखिलेश को अधिकतर सपा विधायकों, सांसदों का समर्थन हासिल है. उन्होंने अखिलेश को अध्यक्ष चुना है. इसलिए सिंबल पर भी उन्हीं का अधिकार है. मुलायम गुट ने अखिलेश के समर्थनपत्र में फर्जी हस्ताक्षर होने के आरोप लगाए. पर 9 जनवरी तक सबूत नहीं दे पाए. यह मसला भी खत्म हो चुका है.’ जबकि कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग से निकलने बाद यह कहा, ‘सुनवाई पूरी हो गई है. आयोग ने कहा है कि वह जल्द ही फैसला सुनाएगा. जो भी फैसला हो, हमें मंजूर होगा.’