नयी दिल्ली: चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर आज फ़ैसला सुनाते हुए चुनवा चिन्ह साइकिल अखिलेश ख़ेमे को दे दिया। इसके साथ ही बाप-बेटे की चुनाव चिन्ह की जंग अब नया मोड़ ले सकती है। चुनाव आयोग ने अखिलेश को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष माना है। ये जानकारी सूत्रों ने दी है।
अखिलेश ख़ेमें के चाचा रोम गोपाल ने आयोग के फ़ैसले का स्वागत करते हुए उम्मीद ज़ाहिर की कि अब कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ये फ़ैसला अखिलेश ही करेंगे।
आयोग के फ़ैसले की क़बर आते ही अखिलेश के बंगले पर समर्थकों का हुजूम जमा हो गया और जश्न मनाने लगा।
इस बीच अखिलेश अपने पिता मुलायम से आर्शीवाद लेने उनके घर चले गए।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी का साइकिल चुनाव चिन्ह पर चुनाव आयोग के फ़ैसले के पहले साइकिल को अपने पास रखने के लिए मुलायम सिंह यादव ने कई इमोशनल दांव चले। ख़बर तो ऐसी भी आई थी कि कि मुलायम ने अखिलेश यादव को बीवी-बच्चों की कसम भी दिलाई थी।
बेटे अखिलेश यादव से मुलाकात करने के लिए मुलायम ने अखिलेश को उनकी पत्नी डिंपल यादव और उनके बच्चों की कसम दिला दी…नेताजी के इस इमोशनल दांव ने सिर्फ इतना असर दिखाया कि अखिलेश यादव अपने पिता से मिलने पहुंच गए लेकिन बात तो फिर भी नहीं बनी लिहाजा मुलायम ने बेटे से साफ-साफ कह दिया- तय कर लो कि तुम्हें पिता का साथ देना है या चाचा रामगोपाल का।
समाजवादी पार्टी के अंदरुनी सत्ता संघर्ष की वजह से बाप-बेटे के बीच अब खाई कितनी गहरी हो चुकी है, इसका अंदाजा मुलायम के बयान से आसानी से लग जाता है। आज तो मुलायम ने ये भी कह दिया कि अखिलेश की छवि मुस्लिम विरोधी नेता की बन रही है