रामगढ़: बीते महीने भर से जिला में बिजली आपूर्ति की स्थिति दयनीय हो गई है। जिला में विद्युत आपूर्ति 24 घंटे में मात्र 15-17 घंटे तक हो रही है। राज्य सरकार ने दावा किया है कि वह लगातार 24 घंटे सातों दिन बिजली की आपूर्ति करेगी। यह सरकारी दावा अब जिला में तो लागू होता नहीं दिख रहा है। विद्युत आपूर्ति बाधित होने से आम लोगों में आक्रोश दिखने लगा है। वहंी राजनीतिक दल भी अब बिजली आपूर्ति बाधित होने से गरम हो गये हैं। जानकारी के अनुसार डीवीसी जिला में रोजाना लगभग 5-6 घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित कर रही है। बाकी जेएसईबी के लापरवाही के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है।
बिजली आपूर्ति बाधित होने से जहां आम जन जीवन पर इसका असर पड़ा है। वहीं उद्योग धंधों पर भी इसका असर पड़ता दिखने लगा है। आने वाले महीनों में विद्यार्थियों की परीक्षाएं शुरू होने वाली है। शाम के समय बिजली आपूर्ति बाधित होने से विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बिजली आपूर्ति के बाधित होने से उद्योग धंधे भी प्रभावित हो रहे हैं।
जिला में चरमरायी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था से आम जन जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। आम लोग सरकार को कोसने लगे हैं। जिसके बाद रामगढ़ में भाजपाईयों की कुंभकर्णी नींद खुली है। भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल 11 जनवरी को जेएसईबी और डीवीसी के अधिकारियों से मिलकर जिला में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार लाने की मांग किया है। डीवीसी के अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें लिखा गया है कि विगत महीनों से रामगढ़ जिले में डीवीसी द्वारा लोड शेडिंग किया जा रहा है। जिससे परीक्षाओें के इस मौसम में विद्यार्थियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
साथ ही रोजगार और व्यापार पर भी इसका असर दिखने लगा है। भाजपाईयों ने मांग किया है कि समस्या का हल जल्द निकाला जाए। अन्यथा यहां की जनता सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने का विवश हो जायेगी। वहीं यह प्रतिनिधिमंडल जेएसईबी के भी अधिकारियों से मिलकर विद्युत आपूर्ति में सुधार लाने की मांग किया। प्रतिनिधिमंडल में सांसद प्रतिनिधि रणंजय कुमार, रविंद्र शर्मा, रामदेव प्रसाद, नमेंद्र चंचल, धनंजय कुमार पुटूस, सुर्यवंश श्रीवास्तव, गुरप्रीत सिंह, अमित चटर्जी सहित अन्य शामिल थे।
चरमरायी विद्युत व्यवस्था को सुचारू किया जाये: झाविमो
झारखंड विकास मोर्चा के जिला प्रवक्ता अजीत गुप्ता ने 11 जनवरी को प्रेस बयान जारी कर कहा कि रामगढ़ जिला में बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। दिनभर में 4-5 घंटे की बिजली आपूर्ति हो रही है। सुबह 6बजे से बिजली काटने का जो सिलसिला शुरू होता है वह रात 10 बजे तक जारी रहता है। जिसके कारण उद्योग, व्यवसाय, बाजार तथा बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। विद्युत विभाग के अधिकारी इस ओर कहीं से भी सक्रीय नहीं दिख रहे हैं। झाविमो ने कहा है कि अगर रामगढ़ में विद्युत आपूर्ति व्यवस्थ सुचारू नहीं की गई तो जिला में चरमबद्ध ढ़ंग से आंदोलन किया जायेगा।
जन प्रतिनिधियों को विद्युत आपूर्ति पर देना चाहिए ध्यान: माले
भाकपा माले के जिला सचिव भुनेश्वर बेदिया ने कहा कि राज्य व कें द्र सरकार बिजली 24 घंटे आपूर्ति करने का दावा करती है। लेकिन रामगढ़ जिला में तो बिजली आपूर्ति की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। यहां के सांसद व विधायक को इस पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन अफसोस की बात है कि ये जन प्रतिनिधि आम लोगों के परेशानियों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कहा कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने से इसका आम जन जीवन पर असर पड़ रहा है। उद्योग धंधे एवं बच्चों की पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रही है।