नयी दिल्ली: बैंक अप्रैल-सितंबर में ऋण दरों में 0.50 से 0.75 प्रतिशत की कटौती कर सकते हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि रिजर्व बैंक मुक्त बाजार परिचालन (ओएमओ) के जरिये 2,20,000 करोड़ रुपये की तरलता तंत्र में डालता है तो बैंक ब्याज दरें घटाएंगे।
ओएमओ रिजर्व बैंक द्वारा किया जाने वाला बाजार परिचालन है, जो सरकार की प्रतिभूतियों की खरीद बिक्री बाजार को या बाजार से करने के लिए किया जाता है। इसका मकसद रुपये की तरलता को समायोजित करना होता है।
बैंक आफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) की रिपोर्ट के अनुसार ब्याज दरों में कटौती से अगले साल की दूसरी छमाही में नोटबंदी से कुछ राहत मिल पाएगी।
बोफा एमएल के शोध नोट में कहा गया है कि अप्रैल-सितंबर में ब्याज दरों में 0.50 से 0.75 प्रतिशत की कटौती हो सकती है।