रजरप्पा मंदिर (रामगढ़): रजरप्पा थाना क्षेत्र स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर में मंगलवार की अहले सुबह आत्महत्या का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया। अंधविश्वास में आकर एक व्यक्ति ने मां छिन्नमस्तिका के समक्ष अपने गले को काट कर बलि दे दी। घटना के बाद मंदिर परिसर में भगदड़ जैसी स्थिति बन गयी। घटना के बाद घंटों मंदिर में पूजा-अर्चना बंद रही। रजरप्पा पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया।
सोमवार की शाम को ही पहुंचा था मंदिर : जानकारी के अनुसार बिहार के बक्सर जिला के बलिहार गांव का रहनेवाला 45 वर्षीय संजय नट सीआरपीएफ में जवान था। वह सोमवार की शाम को ही रजरप्पा मंदिर पहुंच गया। इसके बाद वह मंगलवार की अहले सुबह रजरप्पा में ही मंदिर क्षेत्र में स्नान कर पूजा के लिए मंदिर पहुंचा। सुबह चार बजे की आरती में वह शामिल भी हुआ। इसके बाद उसने मंदिर परिसर की लगभग 15 बार परिक्रमा की। परिक्रमा करने के बाद वह मंदिर से बाहर निकल गया। इसके बाद वह दोबारा सुबह 5:30 बजे डलिया में प्रसाद लेकर मंदिर आया। मंदिर के गर्भगृह में घुसकर पूजा-अर्चना की। उसके बाद वह बाहर निकला और नारियल बलि स्थान पर जाकर नारियल की बलि दी। इसके बाद वह मंदिर के गेट पर आकर खड़ा हो गया और बलि स्थान की ओर देखने लगा। संजय नट यहां पर लगभग 15 मिनट तक खड़ा होकर बलि स्थान को देखता रहा। साथ ही वह अपने गले को सहलाता रहा। इसके बाद वह मंदिर के मुख्य गेट के पास पहुंच कर आंखें बंद करके मंत्र पढ़ने लगा। इसी बीच उसने अपनी गमछी में रखे धारदार हथियार को निकाला और मां छिन्नमस्तिका मंदिर की ओर देखते हुए अपने गले को रेत डाला, जिससे वह मुख्य गेट के पास ही गिर पड़ा और वहीं उसकी तत्काल मौत हो गयी। यह देख आसपास खड़े लोग इधर-उधर भागने लगे। मंदिर से तत्काल रजरप्पा थाना को इसकी सूचना दी गयी। पुलिस तत्काल मंदिर परिसर पहुंची और मंदिर को बंद करा दिया। उसके बाद जांच-पड़ताल शुरू हुई।
मंदिर लगभग तीन घंटे तक बंद रहा। इसके बाद सुबह 9 बजे से मंदिर में पुन: पूजा-अर्चना शुरू हुई। घटना की सूचना मिलते ही मुख्यालय डीएसपी विरेंद्र चौधरी, एसडीओ महावीर सिंह सहित कई अधिकारी पहुंचे।

मंदिर के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई जवान की बलि
-मृतक के पॉकेट से मिले मोबाइल नंबर से नाम और पता की मिली जानकारी

मां छिन्नमस्तिका मंदिर में सीआरपीएफ जवान संजय नट द्वारा अपनी बलि दिये जाने की घटना ने सभी को चौंका दिया। घटना की सूचना मिलने पर मंदिर परिसर पहुंचे अधिकारियों ने मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्ड हुई फुटेज को देखा, जिसके बाद पूरी घटना सामने आ गयी। घटनास्थल पर पहुंच कर रजरप्पा पुलिस ने मृतक के पॉकेट की तलाशी ली। पॉकेट में एक कागज का टुकड़ा मिला, जिसमें दो मोबाइल नंबर लिखे थे। पुलिस ने जब कागज पर लिखे मोबाइल नंबर पर फोन किया, तो सारा मामला सामने आया। मृतक संजय नट की पत्नी ने फोन उठाया। पुलिस ने पत्नी से फोन पर ही जानकारी ली। पत्नी ने पुलिस को बताया कि मृतक का नाम संजय नट है। वह बक्सर के बलिहार का रहनेवाला था।
रजरप्पा थाना प्रभारी अतीन कुमार ने इस संबंध में पत्रकारों को बताया कि प्रथम दृष्टि में यह पूरा मामला अंधविश्वास के तहत आत्महत्या का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पूरा मामला सामने आयेगा। वहीं, मंदिर न्यास समिति के सचिव सुभाशीष पंडा ने इस संबंध में कहा कि यह आत्महत्या का मामला है। उस व्यक्ति ने मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद मां के समक्ष स्वयं अपना गला रेतकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस के अनुसार मृतक संजय नट सीआरपीएफ की 45वीं कंपनी ओड़िशा में पोस्टेड था। रजरप्पा थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है।

पंचद्रव्य और पंचगव्य से किया गया मंदिर का शुद्धिकरण
संजय नट द्वारा आत्महत्या कर लिये जाने के बाद मंदिर का मुख्य दरवाजा और पट बंद कर दिया गया। पुलिस जांच खत्म होने के बाद मंदिर के पुजारियों ने मंदिर का शुद्धिकरण शुरू किया। मंदिर के पुजारियों ने पंचगव्य, पंचद्रव्य एवं पांच नदियों के शुद्ध पानी से मंदिर का शुद्धिकरण किया। इसके उपरांत विशेष पूजा-अर्चना की गयी। इसके बाद आरती की गयी। तब मंदिर का पट खोला गया और पूजा आरंभ हुई।

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