रांची: वीमेंस कॉलेज साइंस ब्लॉक में शुक्रवार को दस दिनी पुस्तक मेला का शुभारंभ हुआ। शाम साढ़े पांच बजे मुख्य अतिथि नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने इसका विधिवत उद्घाटन किया। मौके पर मेयर आशा लकड़ा, कुलपति रमेश कुमार पांडेय, वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या डॉ मंजू सिन्हा, मेला के प्रायोजक एनआइबीएम के एमडी मनोज कुमार गुप्ता और आयोजक शशिरंजन सहित राजाराम महतो, अजय राय, विंध्याचल पांडेय आदि खास तौर से उपस्थित थे। पुस्तक प्रेमियों के लिए शनिवार से मेला 30 जनवरी तक गुलजार रहेगा। यहां नामी-गिरामी लेखकों और प्रकाशकों की पुस्तकों की बड़ी रेंज उपलब्ध है। मेले में लगे विभिन्न स्टॉलों पर बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए उपयोगी पुस्तकें बरबस ही लुभा रही हैं।

जनउपयोगी हैं पुस्तकें, मेला जरूर आयें : सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि पुस्तकें जनउपयोगी हैं। जैसे हर व्यक्ति को भोजन की जरूरत है, ठीक उसी तरह पुस्तक भी जरूरी है। हर व्यक्ति को प्रत्येक दिन अच्छी पुस्तक पढ़नी चाहिए। एक भी पेज पढ़ें तो कुछ न कुछ अच्छी बातें जरूर जान और सीख सकेंगे। बौद्धिक विस्तार भी होगा। शिक्षा विकास के सभी दरवाजे खोल देती है, शिक्षा के अभाव में सब अधूरा रह जाता है। सीपी सिंह ने अपने अनूठे अंदाज में स्वयं और नेताओं की भूमिका का उदाहरण देते हुए हंसाया तो शायराना अंदाज में गुदगुदाया भी। लेखक की सराहना करते हुए कहा कि लेखक गॉड गिफ्टेड होते हैं। हर कोई लेखक नहीं बन सकता। मैं भी अपने बारे में किताब लिखना चाहता हूं, लेकिन यह जानता हूं कि यह संभव नहीं है। वैसे तो आजकल यह ज्यादा मुश्किल नहीं हैं। लेखक भी मिल जाते हैं।

किताबों से बढ़ता है ज्ञान : आशा लकड़ा
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि ज्ञानवर्धक पुस्तकें जरूर पढ़नी चाहिए। इससे बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। उन्होंने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि सरस मेला लगा था तो अत्यधिक भीड़ उमड़ी थी, लेकिन पुस्तक मेले के उद्घाटन समारोह में उस तरह का नजारा नहीं दिख रहा। लोगों को सिर्फ मनोरंजक उपन्यास नहीं, बल्कि अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकें भी पढ़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में टाउन हॉल बन कर तैयार हो जायेगा, जहां विभिन्न आयोजनों के साथ पुस्तक मेला भी लगाया जा सकता है। मेयर ने लेखकों का नमन करते हुए उनके परिश्रम की सराहना की।

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