रांची: झारखंड की CS (मुख्य सचिव) राजबाला वर्मा और DGP (पुलिस महानिदेशक) डीके पांडेय को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विपक्षी विधायकों ने विधानसभा के अंदर और बाहर प्रदर्शन किया। इधर राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान भी विपक्षी सदस्य अधिकारियों को हटाने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे।
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन, झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम बार-बार यह कहते सुने गये कि विपक्ष की बातों पर गौर किया जाये। राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होते ही विपक्ष के नेताओं ने उनसे संवैधानिक प्रमुख होने का हवाला देते हुए CS और DGP को हटाने की मांग शुरू कर दी। विपक्ष के शोरगुल के बीच राज्यपाल अभिभाषण पढ़ती रहीं। अभिभाषण के दौरान दर्जनों बार विपक्ष के सदस्य अपनी जगह पर खड़े होकर दोनों वरिष्ठ पदाधिकारियों को हटाने की मांग करते रहे।
प्रदर्शन के दौरान नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों एवं मूलवासियों का वजूद खतरे में है। विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि राज्य सरकार औपचारिकता निभाने के लिए सत्र बुलाती है।
- सरकार को शालीन होना चाहिए: हेमंत
नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि किसी भी सरकार को शालीन होना चाहिए ना की क्रूर। झारखंड में तो सरकार ने क्रूरता की हद पार कर दी है। कहा कि राज्य में आदिवासी, पिछड़ों की हालत खराब है। उनका कोई माई-बाप नहीं है। वे अनाथ हो चुके हैं। फर्जी मुठभेड़ करायी जा रही है। कस्टडी में मौत हो रही है। पुलिस और प्रशासन दोनों के शीर्ष अधिकारी कटघरे में हैं। सदन के अध्यक्ष को प्रेशर में रखा जा रहा है।
- सरकार पर शर्तों को नहीं थोपना चाहिए: सरयू
संसदीय कार्य मंत्री सरयू राय ने कहा कि सदन चलाने के लिए विपक्ष को सरकार पर शर्तें नहीं थोपनी चाहिए। CS और DGP मामले पर विपक्ष के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सदन में जवाब मुख्यमंत्री और मंत्री देते हैं। जिस व्यक्ति को सदन में जवाब नहीं देना है, उसको लेकर सदन को बाधित करना कहीं से भी उचित नहीं है। अगर ऐसा होता है तो विपक्ष ही सरकार हो जायेगा और सरकार विपक्ष। राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा कहे जाने पर श्री राय ने कहा कि अगर विपक्ष को कोई बात गलत लगती है, तो इसका ठोस सबूत दे। हवा में बात नहीं करनी चाहिए।
- पहले बीमारी का इलाज कीजिए: प्रदीप
जेवीएम विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि किसी भी बीमारी को खत्म करना है, तो पहले उसका इलाज कीजिए। वह सीएस और डीजीपी पर कार्रवाई की मांग को लेकर इन बातों को मीडिया के सामने रख रहे थे। कहा कि कार्यमंत्रणा की बैठक में सरकार ने विपक्ष की मांग को लेकर किसी तरह की कोई रुचि दिखाई ही नहीं। ऐसे में अब कोई विधायकों का मुंह तो बंद नहीं कर सकता। अपनी मांग को तो विपक्ष सदन में रखने का काम करेगा ही। राज्यपाल का अभिभाषण झूठ का पुलिंदा है। कोई भी योजना धरातल पर उतरी ही नहीं है।
- रघुवर सरकार ने कार्रवाई की: किशोर
सरकार के मुख्य सचेतक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी बात विपक्ष उठाना चाहता है, या रखना चाहता है, वह सदन की नियमावली के तहत रखे। कहा कि आज से पहले किसी सरकार ने सीएस पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की थी। रघुवर सरकार ने सीएस को नोटिस जारी किया। डीजीपी मामले पर कहा कि मामला अभी कोर्ट में है। कैसे कोई उन पर कार्रवाई कर सकता है। कोर्ट का फैसला आने के बाद ही कुछ किया जा सकता है।