आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि 46 साल के बाद मंडल डैम को जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच जनवरी को पलामू आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने झारखंड की जनता से जो वादा किया था, उसे प्रतिबद्धता के साथ पूरा किया है। प्रधानमंत्री का पलामू दौरा झारखंड के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। वहां 2500 करोड़ की लागत से बननेवाले मंडल डैम का शिलान्यास प्रधानमंत्री करेंगे। मंडल डैम का कार्य वर्ष 1972 से रुका पड़ा था। राज्य एवं केंद्र सरकार के आपसी समन्वय से पांच जनवरी को मंडल डैम की आधारशिला रखी जायेगी। मंडल डैम का निर्माण होने से पलामू एवं गढ़वा के किसानों को सीधा लाभ पहुंचेगा।
सोन नदी से सिंचाई और पेयजल योजना का करेंगे शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री 1138 करोड़ की लागत से पलामू एवं गढ़वा में सोन नदी से सिंचाई और पेयजल उपलब्ध कराने की योजना की भी आधारशिला रखेंगे। इस योजना के तहत जमीन के अंदर पाइप लाइन बिछायी जायेगी। इससे पेयजल की समस्या भी दूर होगी और सिंचाई से किसान आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे। सीएम ने कहा कि साबरमती नदी से क्षेत्र में पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल और सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के मॉडल पर सोन नदी से पाइप लाइन के माध्यम से पलामू और गढ़वा में पेयजल और सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराना सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री ने पूर्ण बहुमत और संपूर्ण विकास का अपना वादा निभाया है।
सीबीआइ जांच के बहाने कांग्रेस ने रची मोदी-शाह को फंसाने की साजिश
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सीबीआइ की जांच के बहाने कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को फंसाने की साजिश रची थी। सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले में सीबीआइ कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने तत्कालीन यूपीए सरकार के साथ-साथ कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जम कर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश ने अपने आदेश में साफ कहा है कि सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामला राजनेताओं को फंसाने के क्रम में गढ़ी गयी कहानी पर केंद्रित था। यही नहीं, सीबीआइ ने जांच में गवाहों के गलत बयान रिकॉर्ड किये और सच का पता लगाने की बजाय कुछ और करती रही। सीएम ने आरोप लगाया कि तत्कालीन यूपीए सरकार उस वक्त गुजरात के गृह मंत्री रहे और वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कुछ ईमानदार पुलिस अधिकारियों को फंसाने में लगी रही। अब झूठ का पर्दाफाश हो चुका है और अब इस मामले में सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और कांग्रेस के नेताओं को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए।
राहत: काला पहनें या पीला, अब पीएम के कार्यक्रम में रोक नहीं
मेदिनीनगर। आगामी पांच जनवरी को यहां होनेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में काला कपड़ा पहन कर आने पर रोक हटा ली गयी है। एसपी इंद्रजीत महथा ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में अब कोई भी व्यक्ति किसी भी रंग का कपड़ा पहन कर शामिल हो सकता है। काले रंग के जूते, मोजे और काले बैग के साथ भी कार्यक्रम स्थल पर आने में रोक जैसी कोई बात नहीं है। पूर्व में काला कपड़ा पहन कर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आने पर रोक लगायी गयी थी। ऐसा पारा शिक्षकों के विरोध की आशंका को देखते हुए किया गया था। प्रशासनिक आदेश में काले रंग का जूता, मोजा, चश्मा, बेल्ट, रुमाल या चश्मा पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था।
एसपी ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम में ब्लू बुक प्रोटोकॉल की सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किये जायेंगे। इसके तहत प्रधानमंत्री को पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा मुहैया कराया जायेगा। स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के जवानों ने एक जनवरी की शाम से ही कार्यक्रम स्थल को पूरी तरह अपने घेरे में ले लिया है।