Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Thursday, May 15
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Breaking News»धर्म संसद में संतों ने किया ऐलान: 21 फरवरी से बनेगा राम मंदिर
    Breaking News

    धर्म संसद में संतों ने किया ऐलान: 21 फरवरी से बनेगा राम मंदिर

    azad sipahiBy azad sipahiJanuary 30, 2019No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    प्रयागराज। प्रयागराज में जारी संतों की धर्म संसद में ऐलान किया गया है कि संत समाज के लोग अगले महीने प्रयाग से अयोध्या के लिए कूच करेंगे। ‘परमधर्म संसद’ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मंदिर निर्माण के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की गयी है। कोर्ट के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा गया है कि खेद का विषय है कि कुत्ते तक को तत्काल न्याय दिलानेवाले राम के देश में रामजन्म भूमि के मुकदमे को न्याय नहीं मिल रहा है।

    पीएम मोदी के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए विज्ञप्ति में कहा गया कि पीएम ने अपने साक्षात्कार में कहा है कि न्याय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब उनकी बारी आयेगी, तो वह अपनी भूमिका निभायेंगे। वह अपने वचन पर स्थिर नहीं रह सके और उन्होंने रामजन्म भूमि विवाद की न्याय प्रक्रिया में हस्तक्षेप करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करवायी है, जिसमें गैर-विवादित जमीन को उसके मालिकों को लौटाने की बात कही गयी है। याचिका में कहा गया है कि 48 एकड़ भूमि रामजन्मभूमि न्यास की है, जबकि सच्चाई यह है कि एक एकड़ भूमि के अलावा सारी जमीन उत्तरप्रदेश सरकार की है, जो रामायण पार्क के लिए अधिगृहीत की गयी थी।

    इस मामले में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हम अयोध्या में 21 फरवरी को राम मंदिर की नींव रखेंगे। हम कोर्ट के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं। जब तक सुप्रीम कोर्ट, हाइकोर्ट के आदेश को खारिज नहीं कर देता, तब तक यह लागू है। वहां राम लला विराजमान हैं, वह जन्मभूमि है।
    ‘गोली खानी पड़े या जेल जाना पड़े, नहीं रुकेंगे’

    धर्म संसद की अगुवाई कर रहे शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की ओर से जारी इस बयान में कहा गया है कि सविनय अवज्ञा आंदोलन के इस पहले चरण में हिंदुओं की मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए 21 फरवरी 2019 की तारीख तय की गयी है। बसंत पंचमी के बाद हम प्रयाग से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे। उसके लिए हमें अगर गोली भी खानी पड़ी या जेल भी जाना पड़े तो हम तैयार हैं। यह भी कहा गया है कि अगर इस काम में सत्ता के तीन अंगों में से किसी के द्वारा अवरोध डाला गया, तो हम संपूर्ण हिंदू जनता को धमार्देश जारी करते हैं कि जब तक मंदिर निर्माण नहीं हो जाता, तब तक हर हिंदू का यह कर्तव्य होगा कि वह गिरफ्तारी देनी हो तो गिरफ्तारी दे। यह आंदोलन तब तक चलेगा जब तक रामजन्मभूमि हिंदुओं को सौंप नहीं दी जाती और उस पर हम मंदिर का निर्माण नहीं कर लेते।

    सभी हिंदू 4-4 के गुट में 4-4 शिला लेकर अयोध्या पहुंचें
    परम संसद में कहा गया कि आज गली-गली में धर्म संसद हो रही है। गृहस्थ लोग धर्म संसद नहीं बुला सकते हैं। 21 फरवरी को सभी हिंदू 4-4 के गुट में 4-4 शिला लेकर अयोध्या पहुंचें। क्योंकि 4 लोगों पर धारा 144 नहीं लागू होती, पांच लोगों के झुंड पर धारा 144 लगती है। वहीं, नंदा, जया, भद्रा, पूर्णा नाम की चार शिलाएं शंकराचार्य को सौंपी गयीं। इन्हीं चार नाम की शिला लेकर 21 फरवरी को अयोध्या पहुंचने के लिए परम धर्म संसद ने सभी हिंदुओं का आह्वान किया है। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि मंदिर एक दिन में नहीं बनेगा, लेकिन जब शुरू होगा, तभी तो बनेगा। इसलिए 21 फरवरी को शिलान्यास के जरिये मंदिर का निर्माण शुरू होगा। ये धर्मसंसद भगवान को परमात्मा मानती है, लेकिन दूसरी धर्मसंसद भगवान राम को परमात्मा नहीं महापुरुष मानती हैं। इसीलिए सरदार वल्लभभाई पटेल की तरह उनका पुतला बनाना चाहती हैं। हमारे यहां मूर्ति लोहे या सीमेंट की नहीं, अष्टधातु, लकड़ी या मिट्टी की बनती है। हमें कंबोडिया के अंकोरवाट की तरह विशाल मंदिर अयोध्या में बनवाना है। अयोध्या को वेटिकन सिटी का दर्जा दिया जाये।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशौचालयों की त्रुटियों को दूर करने का हो रहा प्रयास: सीएम
    Next Article राज्य में हर दिन बन रही है 3.25 किमी सड़क : नीलकंठ
    azad sipahi

      Related Posts

      भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता वाले बयान से पलटे ट्रम्प, कहा- मैंने जंग नहीं रुकवाई

      May 15, 2025

      पाकिस्तान के एटम बमों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी अपनी निगरानी में ले : राजनाथ

      May 15, 2025

      पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार ने यूपीएससी के अध्यक्ष का पदभार संभाला

      May 15, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • पाकिस्तान ने घबराकर हमें फोन किया… भारत ने ट्रंप के कश्मीर मध्यस्थता के बयान को किया खारिज
      • भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता वाले बयान से पलटे ट्रम्प, कहा- मैंने जंग नहीं रुकवाई
      • पाकिस्तान के एटम बमों को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी अपनी निगरानी में ले : राजनाथ
      • पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार ने यूपीएससी के अध्यक्ष का पदभार संभाला
      • नक्सली मुठभेड़ में घायल जवानों से मिलने एम्स पहुंचे अमित शाह, ट्रॉमा सेंटर में घायलों से मुलाकात कर जाना हालचाल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version