कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल कर राज्य का बकाया 38 हजार करोड़ रुपये की मांग की। राजभवन में शनिवार को हुई इस मुलाकात को हालांकि शिष्टाचार भेंट बताया गया, लेकिन इस दौरान ममता ने केंद्र के प्रति अपना कड़ा तेवर बरकरार रखा। बैठक के बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष राज्य सरकार की बकाया राशि की मांग की।
ममता बनर्जी ने कहा कि 28 हजार करोड़ रुपये राज्य का केंद्र सरकार पर बकाया है। सात हजार करोड़ रुपये बुलबुल आपदा का बकाया है। कुल मिलाकर 38 हजार करोड़ रुपये बकाये की मांग की गयी है। ममता बनर्जी ने कहा कि किसी प्रधानमंत्री का किसी राज्य में आगमन महत्वपूर्ण अवसर होता है। उनसे मिलना सामान्य शिष्टाचार का हिस्सा है। इसे राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति भी जब आते हैं, तो उनसे मिलती हूं। एयरपोर्ट पर राज्य सरकार की ओर से मेयर और मंत्री फिरहाज हाकिम ने पीएम का स्वागत किया है।
सीएए-एनआरसी वापस लेने की मांग
ममता ने कहा कि उन्होंने पीएम से बातचीत में एनआरसी, सीएए और एनपीआर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि सीएए और एनआरसी को वापस लिया जाये। ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उन्हें इन मुद्दों पर चर्चा के लिए दिल्ली आने को कहा है।
ममता-मोदी मुलाकात पर सवाल
इस बीच कांग्रेस और वामपंथी पार्टी सहित अन्य विरोधियों ने पीएम और सीएम की बैठक को लेकर सवाल खड़ा किया। माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि ममता बनर्जी जात्रा (नाटक) कर रही हैं। दीदी रथ पर जाना चाहती हैं और पथ भी दिखाना चाहती हैं। पहले भी वह मोदी से मिली थीं, जब कोलकाता के पूर्व सीपी राजीव कुमार को गिरफ्तार करने की बात चल रही थी। विरोधियों ने मोदी-दीदी शेम-शेम के नारे भी लगाये। उधर कांग्रेस के नेताओं ने भी ममता और मोदी की बैठक पर तंज कसा।
हवाई अड्डे पर पीएम का भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरे पहर दो दिवसीय यात्रा पर कोलकाता पहुंचे। हवाई अड्डे पर राज्यपाल जगदीप धनकड़ तथा कोलकाता के मेयर ने उनका स्वागत किया। पश्चिम बंगाल में इस साल होनेवाले चुनाव के मद्देनजर पीएम की यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
उधर पीएम मोदी से मिलने के बाद सीएम ममता बनर्जी सीएए और एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचीं। इसका आयोजन तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई टीएमसीपी के द्वारा कोलकाता में रानी रासमणि मार्ग पर किया गया था। उधर वाममोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को उत्तर 24 परगना जिले के विभिन्न हिस्सों में नये नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।