नयी दिल्ली। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद वह पहली बार दिल्ली आये हैं। यहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिला कर काम करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलने के लिए उन्होंने समय मांगा है, लेकिन अभी वह व्यस्त चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की ओर से अगर समय दिया गया, तो वह उनसे मिलेंगे।

केंद्र से समय पर फंड मिलने की उम्मीद
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से राज्य सरकार को फंड सही समय पर और उचित मिलता रहे, ऐसी हम आशा रखते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कैबिनेट की पहली ही बैठक में बड़ा फैसला हुआ था। पत्थलगड़ी से जुड़े केस खत्म करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि जीएसटी के कारण कुछ दिक्कत हो रही है।

आम जनता की दिक्कत दूर करेंगे
हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में पिछले पांच साल के शासनकाल के दौरान जनता को जिन मुद्दों के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत हुई, उनको उनकी सरकार दूर करेगी। जनता के हितों का ख्याल रखेगी। हमारी सरकार जनता की हर उम्मीद पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेगी। हमारा उद्देश्य झारखंड को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाना है।
जबरदस्ती नहीं लेंगे किसी की जमीन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि किसी भी गरीब की जमीन जबरदस्ती नहीं ली जायेगी। जमीन वालों का भी सरकार ख्याल रखेगी और उद्योग घरानों का भी हम ख्याल रखेंगे। उन्होंने कहा कि छह जनवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है और जल्द ही मंत्रिमंडल का पूरी तरह से गठन भी हो जायेगी।
एनपीआर, सीएए और एनआरसी पर भी बोले
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनपीआर, नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर देश में जंग छिड़ी हुई है। कई जगह प्रदर्शन हो रहे हैं और कई लोगों की मौत भी हो गयी है। केंद्र सरकार के किसी कदम से लोगों की जान जाये, यह दुखद है। उन्होंने कहा कि सीएए का पहले हम अध्ययन करेंगे, फिर झारखंड में लागू करने पर फैसला लेंगे। अभी इस पर कुछ नहीं कह सकते।

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