आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा है कि राज्य के विकास के लिए पहले आसान समस्याओं को हल किया जाना चाहिए। 1932 के खतियान के मुद्दे पर उन्होंने ट्वीट के जरिये कहा है कि परीक्षा का सामान्य विधान है कि पहले सरल प्रश्न हल किया जाये, कठिन प्रश्न बाद में। झारखंड के विकास की परीक्षा के लिए भी यह मानदंड जरूरी है। जनहित एवं राज्यहित लक्ष्य हो तो 1932-2020 और आगे की भी समस्याएं सुलझेंगी। उन्होंने कहा कि विरोधाभासों के कुशल प्रबंधन के प्रति सरकार-समाज में विश्वास जरूरी है। बता दें कि चुनाव में रघुवर को पटकनी देनेवाले सरयू राय ने हेमंत सरकार को कई सकारात्मक सुझाव दिये हैं। उनके सुझावों पर रविवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए खुद कहा कि उसे सरकार गंभीरता से ले रही है।

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