विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की सफलता ने दुनिया में भारत के बारे में धारणा को बदला है। दुनिया अब भारत और भारतीयों को उनकी अदम्य सहास, समर्पण, धैर्य, कठिनाइयों से जूझने और सांस्कृतिक एवं जीवन मूल्यों को गले लगाने के लिए उनकी सराहना करती है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर शुक्रवार को युवा प्रवासी भारतीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसमें खेल मंत्री किरण रिजिजू और न्यूजीलैंड में भारतीय मूल की मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन भी मौजूद थीं। आज के सम्मेलन के लिए विषय “भारत और प्रवासी भारतीय यंग अचीवर्स को एक साथ लाना” रहा।
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने दुनियाभर में स्वास्थ्य सेवा से लेकर शिक्षा तक, तकनीक से मनोरंजन तक और सामाजिक क्षेत्र से लेकर राजनीति तक के क्षेत्रों में निर्विवाद उपलब्धि हासिल की है। विश्व ने माना है कि भारतीय प्रवासियों ने वैश्विक तकनीकी क्षेत्र में जबरदस्त योगदान दिया है। सिलिकॉन वैली में ज्यादातर स्टार्टअप के सह-संस्थापक भारतीय हैं। तेजी से तकनीकी प्रगति के साथ अब भारत अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विश्व में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि प्रवासियों की उपलब्धियों और सफलता ने देश में व्यवसाय, निवेश और आर्थिक माहौल बनाने को प्रोत्साहन दिया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत 2022 तक कुशल जनशक्ति का वैश्विक स्रोत बनने जा रहा है। देश का कौशल विकास कार्यक्रम का उद्देश्य “मैन-पॉवर” के साथ “कौशल” का निर्यात करना है। कौशल विकास योजना का उद्देश्य विदेशों में रोजगार की तलाश में रह रहे भारतीय युवाओं के कौशल को बढ़ाना है। इससे न केवल विकसित दुनिया में भारत की बेहतर छवि बनेगी, बल्कि बेहतर वेतन और लाभ भी प्राप्त होंगे, जिससे भारत की जीडीपी में और वृद्धि होगी।
उन्होंने बताया कि प्रवासी भारतीय छात्रों को देश के विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने का अवसर प्रदान करने के लिए, छात्रवृत्ति कार्यक्रम (एसपीडीसी) शुरू किया गया है। इसके तहत भारतीय विश्वविद्यालयों और संस्थानों में स्नातक पाठ्यक्रमों में भारतीय मूल के बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती है।
विदेश मंत्री ने कहा कि 3.1 करोड़ मजबूत प्रवासी भारतीय विश्व के सभी कोनों में खुद को स्थापित कर चुके हैं। वहीं भारत के साथ उनके संबंध अभी भी मजबूत और जीवंत हैं और दूनिया के साथ ‘जीवित मूल पुलों’ का काम कर रहे हैं। हम प्रख्यात प्रवासी के लिए एक मंच प्रदान करना चाहते हैं।