आज का दिन यानि 14 जनवरी को पूर्व सैनिक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस विशेष मौके पर सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने गुरुवार को कहा कि 2020 देश के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा. ऐसे स्थिति में जब पुरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही थी, सशस्त्र बल बहादुरी के साथ उत्तरी सीमाओं पर डटे रहें.

बता दें कि सेना प्रमुख चीन के साथ सीमा गतिरोध की बात कर रहे थे. उन्होंने सशस्त्र सेना के वेटरन्स डे पर कहा कि पिछला साल हमारे देश और सशस्त्र बलों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा था. सशस्त्र बल बहादुरी से महामारी से जूझते हुए भी उत्तरी सीमाओं पर डटे रहें. मुझे गर्व है कि हमें ऐसी परिस्थितियों में भी सशस्त्र बलों का साथ मिला.

पूरा साल 1971 युद्ध में जीत को समर्पित किया जाएगा

वहीं वेटरन्स डे के मौके पर नरवाने ने कहा कि ये पूरा साल 1971 युद्ध में जीत को समर्पित किया जाएगा. उन्होंने जानकारी दी कि इस पूरे साल को 1971 युद्ध में जीत के लिए ‘गोल्डन विक्ट्री वर्ष'(Golden Victory Year) के रूप में मनाया जाएगा.

सेना प्रमुख ने यह भी बताया कि 1971 के युद्ध में वीरता पुरस्कार विजेताओं के गाँव और उन स्थानों पर जहाँ से वे विजयी हुए थे, राष्ट्रीय स्तर पर एक छोटा स्मारक भी बनावाया जाएगा.जनरल नरवने ने कहा कि भारतीय सेना हमेशा दिग्गजों के कल्याण के लिए हमेशा काम करती रहेगी.

रिटायरमेंट के बाद देश प्रगति के लिए काम कर रहे हैं

सेना से रिटायरमेंट के बाद भी कई दिग्गज देश और समाज की प्रगति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. उन्होंने सभी को शुक्रिया कहते हुए कहा कि आप सेना के एक राजदूत होने के नाते सच्चे देशभक्त और जिम्मेदार नागरिक के उदाहरण स्थापित कर रहे हैं. आपके द्वारा निर्धारित उच्च आदर्शों से हमारे युवा प्रेरणा ले सकेंगे.

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