रांची। झारखंड में 15 से18 वर्ष तक के बच्चों का कोरोना टीकाकरण सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन रांची के आठ केंद्रों पर बच्चों को कोवैक्सीन का टीका लगाया जा रहा है। इसकी तैयारी सुबह सात बजे से ही शुरू हो गई थी। नौ से दस बजे के बीच अलग-अलग केंद्रों पर टीकाकरण की शुरुआत हुई। जिला प्रशासन की तरफ से इसके लिए अलग से टीम बनाई गई थी।
सेंटर पर टीका लेने वाले बच्चों में उत्साह दिखाई पड़ा। बच्चों ने कहा कि कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन लगाना होगा। उन्होंने कहा कि वे अपने आसपास के बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
किशोरों को टीका के लिए ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की भी सुविधा दी गई है। आधार कार्ड के अलावा उनकी स्कूल आईडी से भी रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इसके साथ ही टीका लगाने से पहले उनके अभिभावकों से डिक्लेयरेशन फॉर्म भरवाया जा रहा है। फॉर्म भरने के बाद या फोन पर सहमति लेने के बाद ही उन्हें टीका लगाया जा रहा है। सभी बच्चों से नाश्ता कर स्कूल आने के लिए कहा जा रहा है। जो बच्चे नाश्ता कर के स्कूल नहीं आ रहे हैं, उन्हें स्कूल प्रबंधन की तरफ से बिस्किट और अन्य नाश्ते का इंतजाम किया जा रहा है। एक दिन में एक केंद्र पर 200 बच्चों के टीका का लक्ष्य रखा गया है। स्कूलों में 2005-7 के बीच डेट ऑफ बर्थ वाले बच्चों को ही टीका लगाया जा रहा है। इससे अधिक उम्र वाले बच्चों को अन्य सेंटर पर भेजा जा रहा है। बच्चों को केवल कोवैक्सीन के ही टीके लगाए जा रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी बच्चों और उनके अभिभावकों को जागरूक कर रहे हैं। ये विद्यालय और मोहल्ले में बच्चों को कोरोना वैक्सीन की जानकारी देकर उनका उत्साह बढ़ा रहे हैं। बच्चों से कहा जा रहा है कि निडर होकर टीका लें और पड़ोस में जो बच्चे स्कूल नहीं आते, उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित करें।