ढाका। बांग्लादेश में कॉक्स बाजार के टेकनाफ के मोचनी रोहिंग्या शिविर में गुरुवार रात भीषण आग लग गई। इस दौरान एक बच्चे की मौत हो गई और 100 से अधिक कच्चे-पक्के घर राख हो गए। चटगांव से 150 किलोमीटर दूर दक्षिण में स्थित कॉक्स बाजार में लगभग 10 लाख रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं। इसे दुनिया की सबसे बड़ी रोहिंग्या शरणार्थी बस्ती कहा जाता है।
ढाका ट्रिब्यून की खबर के अनुसार 16वीं सशस्त्र पुलिस बटालियन (एपीबीएन) के अतिरिक्त उप महानिरीक्षक एमडी कौसर सिकदर ने रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में आग लगने से बच्चे की मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि बच्चे की पहचान नहीं हो सकी है। कुछ लोग झुलसे भी हैं पर उनकी सही संख्या की जानकारी अभी नहीं मिल आई है। कौसर ने कहा कि आग हनीला यूनियन में रोहिंग्या शिविर के ब्लॉक पी-3 के भीतर एक घर पर लगी और तेजी से फैल गई। रोहिंग्या शिविर में रहने वालों ने एपीबीएन कर्मियों के साथ आग बुझाने में सहयोग किया। सूचना मिलते ही टेकनाफ फायर सर्विस स्टेशन से दो गाड़ियां पहुंची। कुछ देरबाद आग बुझा दी गई।
टेकनाफ अग्निशमन सेवा संचालन दल के प्रमुख मुकुल कुमार नाथ ने कहा कि आग की लपटों ने कम से कम 100 घरों को चपेट में ले लिया। देखते-देखते ही प्रभावित क्षेत्र मलबे के ढेर में बदल गया। आग बुझने के बाद मलबे के ढेर से एक बच्चे का शव बरामद किया गया।