समाजवादी पार्टी के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद पर इलाहाबाद हाइकोर्ट काफी सख्त हो गया है. इलाहाबाद हाइकोर्ट ने पूछा है कि शियाट्स कॉलेज में मारपीट करने का आरोप लगने के बाद भी पूर्व सांसद अतीक अहमद और 50 अन्य लोगों को अभी तक क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के अनुसार इलाहाबाद हाइकोर्ट ने इसके लिए एसपी यमुना पार को 10 फरवरी को तलब किया है.

जिसके बाद से यह कहा जा रहा है कि अतीक अहमद की मुश्किलें बढ़ सकती है. कहा जा रहा है कि इस मामले में कॉलेज के प्रॉक्टर राम किशन सिंह ने मुख्या आरोपी की गिरफ्तारी के लिए याचिका दाखिल की थी. साथ ही इस याचिका के जरिये प्रॉक्टर राम किशन ने न्यायालय से अपनी सुरक्षा की गुहार भी लगाई है.

बाताया जा रहा है कि कॉलेज के प्रॉक्टर की याचिका पर न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा और डी.बी. भोसले की बेंच डिवीजन बेंच ने सुनवाई की.

गौरतलब हो कि 14 दिसम्बर की शाम को अतीक अहमद और उनके गुर्गों ने मिलकर सैम हिग्गिनबॉटम इंस्‍टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइसेंस(शियाट्स) के वाइस चांसलर और शिक्षकों से मारपीट किया था. जिसके बाद अतीक समेत 60 लोगों पर FIR दर्ज किया गया था. इसके बाद शियाट्स के पीआरओ रमाकांत दूबे ने भी अतीक और उनके गुर्गो द्वारा मारपीट करने की बात को स्वीकारी थी. उन्होंने कहा, ‘अतीक अहमद के साथ बाइक सवार कई युवक भी थे. ये लोग सीधे प्रशासनिक भवन गए और वहां निदेशक, प्रशासन और अन्य अधिकारियों से गाली-गलौज करने लगे.”

पीआरओ रमाकांत दुबे ने यह भी बताया “अतीक और उनके आदमियों ने निदेशक ऑफिस को जबरन खुलवाया और अंदर घुस गए. वहां कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ मारपीट की.” रमाकांत दूबे के मुताबिक मारपीट में उनके आलवा सुरक्षा अधिकारी आरके सिंह, सुरक्षा सहायक विजय शंकर शुक्ला, सुधेंदु उपाध्याय और गोविंद प्रजापति के साथ कई लोग चोटिल हो गए है. जिसके बाद ही शियाट्स के अधिकारीयों ने अतीक और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया.

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