दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार तड़के एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने हिज्बुल मुजाहिदीन के चार आतंकवादियों को मार गिराया जबकि सेना के दो जवान शहीद हो गए और एक नागरिक की मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान एक अधिकारी सहित सेना के तीन जवान घायल हो गए, जिन्हें विमान के जरिये श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घायल जवानों की हालत स्थिर बतायी जाती है।
पुलिस महानिदेशक एसपी वैद्य ने बताया कि सुरक्षा बलों ने चार आतंकवादियों को मारकर अहम सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि लेकिन यह दुभार्ग्यपूर्ण है कि हमारे दो सैनिक भी शहीद हो गए और घर के मालिक का बेटा मुठभेड़ के दौरान हुई गोलीबारी की चपेट में आ गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया।
मुठभेड़ की बाबत पूछे जाने पर राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि भारत की जमीन पर आतंकवाद पाकिस्तान प्रायोजित है।
उन्होंने कहा कि ऐसे कई सबूत हैं और अब यह कोई गुप्त बात नहीं रह गयी है कि भारतीय जमीन पर खासकर जम्मू कश्मीर में समूचा आतंकवाद पाकिस्तान द्वारा प्रचारित, प्रसारित और प्रायोजित किया जा रहा है। मंत्री ने सुरक्षा बलों के कठिन परिस्थितियों में भी काम करते रहने की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि वे (सुरक्षा बल) बेहद कठिन परिस्थितियों में काम करते हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि उन्होंने खुद को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा बल के तौर पर साबित किया है। मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी देते हुए आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर जम्मू कश्मीर पुलिस ने तड़के करीब साढ़े चार बजे सेना और अर्द्धसैनिक बलों की मदद से फ्रिसल इलाके में स्थित नागबल गांव को चारों ओर से घेर लिया। यह इलाका श्रीनगर से करीब 70 किलोमीटर दूर है।
उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी में साफ तौर पर कहा गया था कि आतंकवादी गांव के अंदर एक घर में छुपे हैं जिसके बाद उस जगह को चारों ओर से घेर लिया गया। सभी घरों की बार बार तलाशी ली गई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। ऐसे में पुलिसकर्मियों के साथ गये छापा मारने वाले दल ने एक घर की फिर से तलाशी लेने पर जोर दिया।
राष्ट्रीय राइफल्स के एक जवान और राज्य पुलिस के विशेष अभियान समूह ने एक बार फिर उस घर की तलाशी ली जहां उन्हें विशेष तरह से बनी एक छत दिखी जिसमें आतंकवादी छुपे हुए थे। पकड़े जाने पर उन्होंने घर के मालिकों के साथ गए सैनिकों पर जबरदस्त गोलीबारी शुरू कर दी जिसकी चपेट में आने से लांस नायक रघुवीर सिंह और लांस नायक गोपाल सिंह बडोदिया शहीद हो गए।
बहरहाल, जवाबी गोलीबारी के बाद तीन आतंकवादी किसी तरह भागकर पास के जंगल में जाने में सफल रहे जबकि प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन से संबद्ध अन्य चार आंतकवादी मारे गए। मारे गए चार आतंकवादियों में से तीन की पहचान मदस्सर अहमद तांत्रे, फारख अहमद डार और अजहर अहमद के रूप में हुई है। चौथे आतंकवादी की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं। मुठभेड़ की जगह से चार हथियार बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ खत्म होने के तुरंत बाद प्रदर्शनकारियों एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच संघर्ष हुआ और आगे की जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।