रांची: झारखंड के युवा अत्यंत मेधावी हैं। वे परिश्रमी हैं तथा विपरीत परिस्थिति में भी अच्छा कर रहे हैं। उनमें असीम प्रतिभा भी है। देश की विभिन्न कंपनियां मेधा की तलाश एवं रोजगार प्रदान कराने यहां आयी हैं। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे जिस किसी भी कंपनी में चयनित होंगे, वहां वे कड़ी मेहनत व लगन से कंपनी के हित में कार्य करें। इससे वे अपने संस्थान के साथ-साथ झारखंड का नाम भी रोशन करेंगे। उक्त बातें रांची विश्वविद्यालय, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा तथा कौशल विभाग द्वारा आर्यभट्ट सभागार में आयोजित मेगा रोजगार मेला के उद्घाटन समारोह के मौके पर कुलाधिपति सह राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहीं। उन्होंने कहा कि रोजगार के अभाव में युवाओं में हताशा भी देखने को मिलती है। ऐसे में इस प्रकार की कंपनी राज्य के युवाओं को रोजगार प्रदान करती है, यह सराहनीय कदम है। शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा कि राज्य से पलायन रोकने में रोजगार मेला सहायक होगा।
राज्य के युवाओं में क्षमता की कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ उन्हें मौका देने की है। इस वर्ष 25 हजार युवाओं को रोजगार से जोड़ा जायेगा, यह संख्या 20 लाख तक कैसे पहुंचे, इस पर सरकार का ध्यान है। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि कंपनियों की मांग के आधार पर कुछ कोर्स चलाये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले सत्र से ऐसे कोर्स शुरू किये जायेंगे, जिनकी आवश्यकता कंपनियों को है। रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि कंपनियों के एक्सपर्ट आयेंगे और विद्यार्थियों को तीन माह का प्रशिक्षण देंगे। प्रो कामिनी कुमार, अशोक चौधरी, अमर कुमार मौजूद थे।
मेगा रोजगार मेला में 20 कंपनियां शामिल हैं।