वेलिंगटन: न्यूजीलैंड में दक्षिणी द्वीप के दूरदराज गोल्डन खाड़ी में 400 से ज्यादा पायलट प्रजाति की व्हेल फंस गई थीं, जिनमें से 300 व्हेल शुक्रवार को मृत पाई गईं। खबरों के मुताबिक, फेयरवेल स्पिट के रूप में मशहूर रेतीले क्षेत्र में गुरुवार 416 व्हेल समुद्र तट पर फंस गईं।
सैकड़ों जीवन रक्षक कर्मी और वॉलंटियर्स ज्वार-भाटा आने से पहले मछलियों को जीवित बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। न्यूजीलैंड में व्हेलों के फंसने की यह अब तक की सबसे बड़ी घटना है। इससे पहले फरवरी 2015 में इसी क्षेत्र में फंसीं 200 व्हेल को बचाने का अभियान चलाया गया था, लेकिन उनमें से अधिकांश की मौत हो गई थी।
व्हेल के इस क्षेत्र में फंसने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, हालांकि उथले पानी वाली गोल्डन खाड़ी ऐसी घटनाओं के लिए चर्चा में बनी रहती है।
पायलट व्हेल अपनी गुंबदनुमा माथे और मजबूत शरीर के लिए जानी जाती है। इसकी लंबाई 6 से 7 मीटर तक होती है। वैज्ञानिक अभी तक यह पता लगा पाने में नाकाम रहे हैं कि ये व्हेल तट पर क्यों आ जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि ऐसा उनके बीमार या घायल होने के कारण हो जाता होगा। कई बार कोई एक व्हेल किनारे पर चली आती है, और फिर तकलीफ़ में दूसरी व्हेलों के पास संकेत भेजती है। उस व्हेल के संकेतों को पाकर दूसरी व्हेलें भी आने लगती हैं और फंसती चली जाती हैं।