नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के लाल किले के दिवारों के पीछे रखे गए बारूद और कारतूसों के एक बड़े जखीरे का खुलासा हुआ है। मामले की सूचना मिलते ही सेना, एनएसजी , दमकल विभाग और बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया, तो इधर इस खबर के फैलते ही राजधानी मे भूचाल आ गया।
बता दें कि पुरातत्व विभाग को सफाई करते समय कारतूस और भारी मात्रा में विस्फोटक होने का पता चला, जिसके बाद छानबीन में इतनी बड़ी मात्रा में कारतूसों और विस्फोटक के बरामद होने से अधिकारियों के होश उड़े है, हालांकि पुलिस का कहना है कि बरामद कारतूस और विस्फोटक अब बेकार हो चुके है।
आपको बता दें कि साल 2000 में लाल किले पर हुए हमले के बाद से लाल किले पर लगातार आतंकी हमलों की धमकियां मिलती रही हैं। यहीं कारण है कि लाला किला सुरक्षा के लिहाज से भारत के बेहद संवेदनशील प्रतीकों में से एक माना जाता है। खबर है कि कारतूस और विस्फोट लालकिला में उस जगह पर रखे गए है जहां कोई आत-जाता नहीं था।
गौर हो कि 26 जनवरी की तैयारियों के मद्देनजर चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गई थी लेकिन इस दौरान इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया लेकिन अब एक-एक इस मामले के खुलासे से सुरक्षा एजेंसियों पर भी सवाल खड़े होते है। ममाले में सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी चूक मानी जा रही है।