मास्को : दुनिया की पूर्व नंबर एक और पांच बार की ग्रैंडस्लैम चैम्पियन मारिया शारापोवा ने कहा कि वह अपने डोपिंग प्रतिबंध के दौरान बुरा महसूस नहीं कर रही थीं बल्कि उन्होंने अपना समय हार्वर्ड में पढाई करने, किताब लिखने और मुक्केबाजी सीखने में बिताया. शारापोवा ने रुस के चैट शो के दौरान कहा कि उन्होंने अपने फिटनेस कार्यक्रम के अंतर्गत मुक्केबाजी सीखने का लुत्फ उठाया.
शारापोवा 26 अप्रैल को स्टुटगार्ट क्लेकोर्ट टूर्नामेंट से वापसी करेंगी, तब तक उनका प्रतिबंध पूरा हो जायेगा जो पहले दो साल का था लेकिन उसे 15 महीने का घटा दिया गया था. वह अपने 30वें जन्मदिन के सात दिन बाद वापसी करेंगी.
इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ”मैंने मुक्केबाजी पर हाथ आजमाये ताकि मैं खुद को अच्छी फिटनेस में रख सकूं. यह शानदार था क्योंकि इससे मैं उन कुछ लोगों के बारे में सोच कर मुक्केबाजी कर सकी, जिन्हें मैं हिट करना चाहती थी. ‘
शारापोवा पिछले साल 2016 आस्ट्रेलियाई ओपन के दौरान हुए परीक्षण में मेलोडोनियम प्रतिबंधित पदार्थ की पाजीटिव पायी गयी थीं. उन्होंने अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में पढाई की और वह अपने जीवन पर एक किताब लिखने में लगी हैं. उन्होंने कहा, ”मैंने एक किताब लिखी है जो सितंबर तक आयेगी. पहले यह अंग्रेजी में आयेगी फिर इसका रुसी में अनुवाद होगा.”