गुमला। गुमला में मंगलवार को एक अंधविश्वासी पिता ने अपने ढाई साल के बेटे की बलुवा से काट कर बलि चढ़ा दी। एक दिन पहले सोमवार को बेटे का मुंडन किया और दूसरे दिन मंगलवार को हत्या कर दी। हत्यारे ने सबसे पहले बच्चे की गर्दन रेती, फिर छाती और हाथ पर भी वार किया। बेटे की हत्या करने के बाद आरोपी पिता गांव से फरार हो गया है। गुमला पुलिस ने घटना स्थल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया। वहीं हत्या में प्रयुक्त बलुआ को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
भगत के कहने पर की हत्या
ग्रामीणों के अनुसार किसी भगत के कहने पर पिता ने अपने बेटे की बलि दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना गुमला सदर थाना से आठ किमी दूर असनी नकटीटोली गांव की है। आरोपी पेशे से कृषक है। वह गुमला में मजदूरी भी करता है। मृतक की मां दुर्गा उराइन ने बताया कि घटना दिन के एक बजे की है। वह अपने घर के बाहर स्थित चापाकल के पास बर्तन धो रही थी। अमित वहीं पर खेल रहा था। अचानक गंगू बलुआ लेकर घर से निकला और अमित के गर्दन, सिर, हाथ एवं छाती पर ताबड़तोड़ प्रहार कर हत्या कर फरार हो गया।
एक दिन पहले बच्चे का मुंडवाया था सिर
ढाई वर्षीय अमित उरांव का एक दिन पहले उसके पिता ने मुंडन करवाया था, जबकि सिर पर मुंडन कराने लायक बाल नहीं था। फिर भी गंगू ने जिद कर अमित का सिर का मुंडन कराया। सोमवार को बेटे का सिर मुंडवाने के बाद रात को गंगू कुछ अजीब काम भी कर रहा था। परिवार के लोग गंगू के मंसूबे से अनभिज्ञ थे।
पुलिस अनुसंधान में जुटी
घटनास्थल पर मौजूद एएसआइ विक्रम मरांडी ने बताया कि पिता ने अपने छोटे बेटे की हत्या की है। मामला अंधविश्वास से जुड़ा हुआ है। पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर घटना का अनुसंधान कर रही है। अनुसंधान के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आरोपी गंगू के आठ बच्चे हैं। इसमें अमित सबसे छोटा था।