माउंट माउंगानुई : भारत को न्यू जीलैंड ने तीसरे और अंतिम वनडे में 5विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज क्लीन स्वीप कर ली है। 31 साल बाद यह पहली बार है, जब टीम इंडिया का तीन मैचों या इससे ज्यादा मैचों की द्विपक्षीय वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप हुआ हो। इससे पहले भारतीय टीम का 1989 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ 0-5 से क्लीन स्वीप हुआ था। हालांकि साल 2006-07 में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका में भारत ने 5 वनडे मैचों की सीरीज 0-4 से गंवाई थी लेकिन तब सीरीज का एक मैच रद्द हो गया था।
इस मैच में टीम इंडिया ने मेजबान टीम से पहले बल्लेबाजी का निमंत्रण मिलने पर केएल राहुल (112) के शतक की बदौलत 297 रन का टारगेट दिया था। मेजबान टीम ने मार्टिन गप्टिल (66) और हैनरी निकोल्स (80) की शानदार पारियों के दम पर आसानी से यह मैच अपने नाम कर लिया।
297 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी कीवी टीम को दोनों ओपनर (गप्टिल और निकोल्स) ने शानदार शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 106 रन जोड़े। यहां पर पारी के 17वें ओवर में गप्टिल युजवेंद्र चहल की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद निकोल्स ने पारी को बखूबी संभाल लिया और अपनी फिफ्टी पूरी कर ली।
इस बीच कप्तान केन विलियमसन अभी सेट दिख ही रहे थे कि चहल ने दूसरे विकेट के रूप में उन्हें शॉर्ट मिड विकेट पर मयंक अग्रवाल के हाथों कैच आउट करा दिया। इसके कुछ देर बाद ही रॉस टेलर (12) को रविंद्र जडेजा ने कप्तान विराट कोहली के हाथ में आसान से कैच के साथ पविलियन का रास्ता दिखाया। अगले ही ओवर में कीवी टीम को शार्दुल ठाकुर ने निकोल्स को आउट कर बड़ा झटका दिया।
यहां से टीम इंडिया मैच में टीम इंडिया की वापसी तय होती दिख रही थी लेकिन कोलिन डि ग्रैंडहोम (58*) और टॉम लैथम (32*) की शानदार पारियों के दम पर कीवी टीम ने यह मैच अपने नाम कर लिया। इस बीच जेम्स नीशम के रूप में चहल ने अपना तीसरा विकेट जरूर झटका लेकिन 3 विकेट लेने वाले चहल भारत की हार नहीं टाल पाए।