बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय आत्महत्या केस में ड्रग्स को लेकर कई बॉलीवुड हस्तियों के नाम सामने आए थे। अब गुजरात एफएसएल की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। एफएसएल टीम के पास जांच के लिए 84 उपकरण थे, जिनमें से 5 टीबी डेटा 35 उपकरणों से बरामद किए गए। इस डेटा को सबूत के तौर पर अगर छापा जाए तो 5 लाख से ज्यादा पेज प्रिंट किए जा सकते हैं।
बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी। मामले की जांच में केंद्रीय एजेंसियों के शामिल होने के बाद बॉलीवुड हीरोइनों, अभिनेताओं और निर्देशकों के ड्रग-कनेक्शन प्रकाश में आए। इन बॉलीवुड सितारों के फोन नंबर ड्रग-डीलरों के साथ-साथ वाहकों के पास पाए गए। इसके आधार पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने कई बॉलीवुड हस्तियों के फोन, लैपटॉप, मैकबुक, पेन ड्राइव को जब्त कर लिया और उन्हें जांच के लिए गुजरात एफएसएल भेज दिया था।
जिन हस्तियों, बॉलीवुड अभिनेत्रियों-अभिनेताओं के फोन, लैपटॉप, मैकबुक, पेन ड्राइव को जब्त कर लिया और उन्हें जांच के लिए गुजरात एफएसएल भेजा था। इनमें रिया चक्रवर्ती, दीपिका पादुकोण, रकुलप्रीत सिंह,अर्जुन रामपाल, श्रद्धा कपूर, सारा अली खान, करिश्मा प्रकाश प्रमुख हैं।
डिवाइस की जांच करने वाले एफएसएल के एक अधिकारी ने बताया कि सेलेब्रिटी ड्रग डीलर्स और कैरियर्स के साथ अक्सर चैटिंग करते रहे हैं। इस चैटिंग में उन्होंने डी और डू जैसे सीक्रेट कोड्स का बार-बार इस्तेमाल किया है। इस बात की प्रबल संभावना है कि इस गुप्त कोड का इस्तेमाल ड्रग डिलीवरी के साथ-साथ तस्करी के लिए भी किया जाता था। अबतक 35 उपकरणों से डेटा बरामद किया गया है और अधिक से अधिक डिवाइस कोड अनलॉक करने के बाद इससे संबधित अधिक विवरण उपलब्ध होंगे।
गुजरात एफएसएल में मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव और डीवीआर सहित मशहूर फिल्मी हस्तियों की कुल 84 डिवाइस हैं। यह एक ऐसा उपकरण है, जिन्हें इन मशहूर हस्तियों ने एक सेकंड के लिए भी खुद से अलग नहीं होने दिया। आज, एक के बाद एक इन उपकरणों को एफएसएल की प्रयोगशाला में अनलॉक किया जा रहा है और मशहूर हस्तियों के रहस्य भी सामने आ रहे हैं। एफएसएल ने अबतक 35 मोबाइल अनलॉक किए हैं। फोन को स्क्रीन लॉक, फिर नंबर कोड और फिर एपलॉक सॉफ्टवेयर सहित इन मशहूर हस्तियों द्वारा तीन परत कोड के साथ लोड किया गया था। एक भी सेलिब्रिटी ने जांच एजेंसियों को अनलॉक कोड नहीं दिया।
एफएसएल द्वारा हाईटेक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल मशहूर हस्तियों के एंड्रॉइड फोन को अनलॉक करने के लिए किया गया है, जिसमें फोन में 120 जीबी तक डेटा रिकवर किया जा सकता है। इस डेटा के साथ बहुत सारे लॉक सॉफ्टवेयर भी मोबाइल में थे, जिनमें पेड वर्जन भी शामिल था।
एफएसएल अधिकारी ने कहा कि 35 उपकरणों से बरामद डेटा में फोटो, स्क्रीन शॉट, ऑडियो और वीडियो डेटा, व्हाट्सएप चैट, एसएमएस, कॉल लॉग, व्हाट्सएप कॉल लॉग, सोशल मीडिया, वीडियो कॉल लॉग, हटाए गए डेटा शामिल हैं। अगर इस डेटा को सबूत के तौर पर छापा जाए तो 5 लाख से ज्यादा पेज प्रिंट किए जा सकते हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को यह सारा डेटा डिजिटल रूप से मिला है।
एफएसएल अधिकारी ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा उपलब्ध कराए गए फोन के चैट और स्क्रीन शॉट्स में एक छोटे से पाउच में काले रंग का आइटम दिखाया गया है, जिसपर खरपतवार (मारिजुआना) लगाया जा सकता है। टैबलेट की प्रतीकात्मक तस्वीर के आधार पर भी एनसीबी जांच कर रही है। शामिल हजारों डेटा में से डी, डू जैसा कोड हैं, जिसे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो अब माइक्रो-फिल्टर के लिए नए डेटा की मांग करेगा, जिससे तस्वीर साफ हो जाएगी।