गाजियाबाद। ऑपरेशन दोस्त के तहत भूकंप प्रभावित तुर्किये में राहत एवं बचाव कार्य के लिए गई एनडीआरएफ की पहली टीम शुक्रवार को भारत लौट आई। टीम के जांबाज सदस्यों का हिंडन एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया गया। टीम में डॉग स्क्वायड के छह डॉग भी शामिल थे, जो लौट आये।
तुर्किये में छह फरवरी को भूकंप आने के 24 घंटे के भीतर यानी सात फरवरी को भारत ने एनडीआरएफ की टीमें भेजकर ऑपरेशन दोस्त शुरू किया था। एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन के जवानों ने अपने साहसी कार्यों से कई जानें बचाईं। गाजियाबाद के साथ ही कोलकाता और वाराणसी से भी एनडीआरएफ की टीमें तुर्किये गई थीं। करीब दस दिनों तक सफल तरीके से ऑपरेशन दोस्त चलाकर एनडीआरएफ की टीम शुक्रवार को भारत लौट आई। एनडीआरएफ गाजियाबाद की टीम में शामिल 51 जवान सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से सुबह साढ़े 08 बजे गाजियाबाद के हिंडन एयरफील्ड पहुंचे। इसके बाद करीब 12 बजे कोलकाता की दूसरी टीम भी वायु सेना के हिंडन एयर बेस पर पहुंच गई। दोनों टीमों का स्वागत हिंडन एयर बेस पर एनडीआरएफ के डीआईजी गंभीर सिंह एवं एनडीआरएफ गाजियाबाद की 8वीं बटालियन के कमांडेंट प्रवीण कुमार ने किया।
एनडीआरएफ 8वीं बटालियन के प्रवक्ता नरेश चौहान ने बताया कि तुर्किये में कुल तीन टीमों में 103 लोग और छह डॉग गये थे। इनमें से दो टीमें और सभी छह डॉग वापस आ चुके हैं। भारत ने शक्तिशाली भूकंप से प्रभावित तुर्किये को मानवीय सहायता प्रदान की थी। एनडीआरएफ जवान भारतीय वायु सेना के सी-17 विमान से राहत सामग्री लेकर तुर्किये के लिए रवाना हुए थे। इसमें विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड के साथ आवश्यक उपकरण, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन समेत अन्य जरूरी सामान शामिल थे।