रांची। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू की परेशानी अब और बढ़नेवाली है। प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे कई सवालों का जवाब रविवार को चाहा। सांसद या तो सही उत्तर नहीं दे पाये या टाल गये। सांसद की एक कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड बीएमडब्ल्यू कार पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से बरामद की गयी थी। उनसे पूछा गया कि यह कार उन्होंने गिफ्ट दी है क्या। इस पर सांसद धीरज साहू ने कहा कि उन्हें पता नहीं है। साहू अब गाड़ी उनकी होने से इनकार कर रहे हैं। इडी के अधिकारियों ने गाड़ी भुगतान से संबंधित कागजात जब सांसद के सामने रखा तब उनका जवाब था कि पूछकर बतायेंगे। उनसे परिवार के सदस्यों और उनकी संपत्तियों का डिटेल लेकर आने को कहा गया था। सांसद पूरी जानकारी लेकर नहीं पहुंचे। उनके ओड़िशा स्थित फैक्ट्री में छापामारी करके 351 करोड़ रुपये की बरामदगी को लेकर भी पूछताछ की गयी। सांसद पर मनी लॉडिंÑग करने का शक है। 29 जनवरी को इडी की टीम ने पूर्व सीएम के दिल्ली स्थित आवास पर छापामारी की थी और एक हरियाणा नंबर की बीएमडब्ल्यू कार बरामद की थी और वहीं से 36 लाख रुपये बरामद किये थे। इस कार को लेकर इडी ने उनसे अधिकांश सवाल किये।
विनोद सिंह के चैट से खुलेंगे कई राज
हेमंत सोरेन के मित्र विनोद सिंह के व्हाट्सअप चैट से कई और जानकारियां सामने आयेंगी। अधिकारियों के स्थानांतरण और पदस्थापन के अलावा जेएसएससी की परीक्षा से संबंधित एडमिट कार्ड व्हाटसअप में मिला है। चर्चा है कि जिनके एडमिट कार्ड हैं, उनकी नौकरी पक्की करने के लिए कई अधिकारियों को भेजा गया था। विनोद सिंह का व्हाट्सअप चैट का 539 पेज इडी अधिकारियों ने रिकवर किया है।
भानू से हो रहे हैं सवाल-जवाब
राजस्व कर्मचारी भानू प्रताप से रविवार को दिनभर पूछताछ हुई। उनसे बड़गार्इं के 8.5 एकड़ जमीन के अलावा यह जानने की कोशिश की गयी कि इस तरह की हेराफेरी उन्होंने शहर की कितनी जमीनों में की है। भानू का जवाब था कि वह बड़गार्इं अंचल की जमीन की नापी कराने मनोज कुमार के कहने पर गये थे। इडी रिमांड पर लिये गये राजस्व कर्मचारी भानू को जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी करने के मास्टरमाइंड के तौर पर देख रही है। भानू को पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने बैठा कर भी पूछताछ की जा चुकी है।

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