Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Monday, June 9
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»झारखंड»बरवाडीह में अवैध खनन मामला : जिस रिर्पोट को विधानसभा में स्वीकारा, उसे प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने नकारा
    झारखंड

    बरवाडीह में अवैध खनन मामला : जिस रिर्पोट को विधानसभा में स्वीकारा, उसे प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने नकारा

    adminBy adminFebruary 11, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email
    • अनियमितता करने वाले अधिकारी के पक्ष में उतरे राज्य के पीसीसीएफ
    • मामला एनटीपीसी द्वारा 100 एकड़ में अवैध खनन का

    Ranchi | जिस रिर्पोट को सरकार ने विधानसभा में रखा था. उसे झारखंड प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने एक सिरे से नकार दिया है. मामला यह है कि अवैध खनन के दोषियों को बचाने और रिपोर्ट बनाने वाले अधिकारी को बचाने के लिए झारखंड सरकार द्वारा विधानसभा में दिए जवाब को ही वन विभाग गलत साबित करते हुए सरकार को रिपोर्ट भेज दी है. जिसे लेकर शिकायतकर्ता मंटू सोनी ने पीसीसीएफ और विजिलेंस (वन विभाग) के अधिकारी पर विभागीय और कानूनी कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र लिखा है. जिसकी प्रतिलिपि राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और ईडी तथा सीबीआई को भी दी गई है. शुभम संदेश इस मामले की पहले से ही परत दर परत खुलासा करता रहा है. फिर इस मामले में एक नया खुलासा सामने आया है |

    सरकार की रिपोर्ट सही, या पीसीसीएफ की

    हजारीबाग के बड़कागांव में एनटीपीसी की पंकरी बरवाडीह कोल परियोजना के एमडीओ त्रिवेणी-सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा फॉरेस्ट क्लीयरेंस की शर्तों का उल्लंघन कर 37.20 हेक्टेयर एरिया में अवैध खनन किया गया था. जिसको लेकर विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में झारखंड सरकार ने यह माना था कि अवैध खनन हुआ है और यह मामला वन संरक्षक अधिनियम 1980 के उल्लंघन से संबंधित है एवं वन संरक्षण अधिनियम 1980 की धारा 3 बी के आलोक में प्रतिष्ठान द्वारा किए गए अपराध के लिए उक्त अवधि में प्रतिष्ठान के प्रमुख को दोषी माना जाता है. साथ ही कार्रवाई का निर्णय भारत सरकार द्वारा लिया जाता है. परंतु हजारीबाग के तत्कालीन वन प्रमंडल पदाधिकारी आरएन मिश्रा ने अवैध खनन की पुष्टि होने पर अपनी पहली रिपोर्ट को बदल कर दोषियों पर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई के लिए अनुसंशा नहीं की थी. मंटू सोनी की शिकायत पर झारखंड सरकार ने पीसीसीएफ को मुख्य वन संरक्षक (सतर्कता) से जांच करवा कर रिपोर्ट मांगी थी. आठ महीने बाद पीसीसीएफ ने आरएन मिश्रा की रिपोर्ट को सही मानते हुए सरकार को रिपोर्ट भेज दी. जिसमें उनके द्वारा अवैध खनन के दोषियों पर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई नहीं करने की अनुसंशा की थी. ऐसे में सवाल उठता है कि झारखंड सरकार ने जो जवाब विधानसभा में दिया वह सही है या पीसीसीएफ ने झारखंड सरकार को जो जवाब भेजा है, वह सही है |

    डीएफओ ने बदली रिपोर्ट

    एनटीपीसी द्वारा करीब 100 एकड़ में अवैध खनन की पुष्टि विभागीय जांच रिपोर्ट में हुई थी. उपरोक्त रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद पश्चिमी वन प्रमंडल पदाधिकारी आरएन मिश्रा ने वन संरक्षक प्रादेशिक अंचल, हजारीबाग को पत्र लिखकर तीन बिंदुओं पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी. पहले बिंदु में अनाधिकृत खनन के लिए उपयोग किए सौ एकड़ एरिया के पांच गुणा एनपीवी वसूलने, दूसरे बिंदु में सौ एकड़ एरिया के पांच गुणा दंड क्षतिपूर्ति पौधरोपण करने और तीसरे बिंदु में एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक प्रशांत कश्यप, विक्रम चंद्र दुबे, अपर महाप्रबंधक ( खनन) और रंजीत प्रसाद उप महाप्रबंधक (खनन) पर वन संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत 3 ए और 3 बी धाराओं में कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी |

    लेकिन उसके बाद वन संरक्षक, प्रादेशिक अंचल हजारीबाग के कार्यालय के हवाले से, जिसमें उन्हें एनटीपीसी का पक्ष अंकित करने को कहा गया था. लेकिन आरएन मिश्रा ने एनटीपीसी और उसके एमडीओ त्रिवेणी-सैनिक माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड से सांठगांठ कर आपराधिक षड्यंत्र कर अवैध खनन के दोषियों से ही पक्ष लेकर तथ्यों का गलत विश्लेषण करते हुए वन संरक्षक प्रादेशिक अंचल, हजारीबाग को लिखी अपनी पहली रिपोर्ट को बदल कर वन संरक्षक प्रादेशिक अंचल हजारीबाग को दूसरी रिपोर्ट लिख दी. जिसमें किसी भी अधिकारी को दोषी नहीं बताया और सिर्फ अनाधिकृत खनन के लिए उपयोग किए सौ एकड़ एरिया के पांच गुना एनपी भी वसूलने और सौ एकड़ एरिया में अवैध खनन के पांच गुणा दंड क्षतिपूर्ति करने का अनुशंसा पत्र लिखा और दोषियों को बचाने के लिए पहली रिपोर्ट में वर्णित वन संरक्षण अधिनियम 1980 के तहत 3ए और 3 बी धाराओं में कार्रवाई की अनुशंसा को छुपा दिया, ताकि दोषियों को कार्रवाई से बचाया जा सके.

    Ranchi
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleझारखंड में खनिजों का व्यापार कर रहे हैं 8872 व्यापारी, 3731 के लाइसेंस डिएक्टिव
    Next Article अमित शाह आज कर्नाटक में चामुंडेश्वरी देवी के दर्शन करेंगे
    admin

      Related Posts

      रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस

      June 8, 2025

      फ्लाईओवर पर स्टंट करने वाले युवक की हुई पहचान, बाइक बरामद

      June 8, 2025

      झारखंड में 15 के बाद मानसून के पहुंचने की संभावना

      June 8, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • रांची में कोयला कारोबारी की गोली लगने से मौत, जांच में जुटी पुलिस
      • एक साथ कई निशाने साध गया मोदी का ‘कूटनीतिक तीर’
      • चुनाव आयोग की दोबारा अपील, लिखित शिकायत दें या मिलने आएं राहुल गांधी
      • भारतीय वायु सेना ने किडनी और कॉर्निया को एयरलिफ्ट करके दिल्ली पहुंचाया
      • उत्तर ग्रीस में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके, माउंट एथोस क्षेत्र में दहशत का माहौल
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version