रांची: लालपुर थाना क्षेत्र स्थित गोल इंस्टीट्यूट में मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा इच्छिता सिंह की हॉस्टल में हत्या कर दी गयी। छात्रा के पिता संजय कुमार सिंह ने इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रिंस सिंह, पंकज सिंह और ओंकार सिंह के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी है। इच्छिता की बहन और अन्य छात्राओं ने खुलेआम आरोप लगाया है कि इंस्टीट्यूट की आड़ में तीनों डायरेक्टर छात्राओं के साथ अप्राकृतिक यौनाचार करते थे। इच्छिता ने जब इसका विरोध किया, तो उसे मौत के घाट उतार कर शव को फंदे से लटका दिया गया और मामले कोे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गयी। घटना गुरुवार रात करीब नौ बजे की है। इच्छिता डालटनगंज के बेलवा टीकर की रहनेवाली थी। पिता संजय कुमार सिंह कांट्रैक्टर हैं और फिलहाल रांची के धुर्वा सेक्टर दो के क्वार्टर नंबर 1240 में पूरे परिवार के साथ रहते हैं।
हत्या को अंजाम देने के बाद इच्छिता के पिता को इंस्टीट्यूट के संचालक प्रिंस सिंह ने गुरुवार रात 9:30 बजे फोन किया और बेटी की मौत की सूचना दी। प्रिंस ने बताया कि आपकी बेटी ने हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली है। परिजनों को सीधे रिम्स पहुंचने को कहा।
नहीं दी पुलिस को घटना की जानकारी : आरोपियों ने इच्छिता के शव को बिना पुलिस को बताये फंदे से उतारा और सीधे पोस्टमार्टम के लिए रिम्स लेकर पहुंचे। वहां मौजूद बरियातू पुलिस के जवानों ने लालपुर थाने को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची लालपुर थाना पुलिस ने पूछताछ की, तो संचालक प्रिंस ने पुलिस को बताया कि इच्छिता अपनी तीन सहेलियों के साथ गोल इंस्टीट्यूट के हॉस्टल में रहती थी। गुरुवार रात नौ बजे दो अन्य छात्राएं क्लास करने गयी थीं। वापस लौट कर देखा तो कमरे की लाइट जल रही थी और कमरा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने के बाद भी, जब दरवाजा नहीं खुला, तो इंस्टीट्यूट के संचालकों ने दरवाजा तोड़ा। अंदर इच्छिता का शव फंदे से लटक रहा था। इसके बाद उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दिये बिना शव को उतारा और सीधे पोस्टमार्टम करवाने के लिए रिम्स ले गये।
उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि उन्होंने पुलिस को क्यों नहीं सूचना दी। परिजनों के आने के पहले शव को क्यों लेकर रिम्स पहुंचे।
शुक्रवार सुबह परिजनों और पुलिस ने शव की शिनाख्त की, तो देखा कि छात्रा के शरीर पर चोट के कई निशान हैं। खास कर उसकी गर्दन पर जहां फंदे का उल्टा निशान है, वहा नाखून से नोंचने के निशान हैं। छात्रा की मां नीलम सिंह और पिता संजय सिंह ने बताया कि इससे साफ लगता है कि मेरी बेटी की जबरन गला दबा कर हत्या की गयी है। उसके द्वारा खुद को बचाने के क्रम में नाखून के खरोंच गर्दन पर पड़ गये हैं। इसके अलावा भी छात्रा के शरीर पर चोट के कई निशान पाये गये हैं।