यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए हुए एक सप्ताह हो चुका है। इस दौरान योगी पूरे एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने चुनाव पूर्व जनता से किए गए कई वादों को पूरा करने की शुरूआत कर दी है। अवैध बूचड़खानों को बंद करने से लेकर एंटी रोमियो स्क्वॉड के गठन तक, ऐसे कई फैसले हैं, जिनका वादा बीजेपी ने सरकार बनने से पहले किया था।
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा एक सप्ताह में लिए गए फैसलों से लगता है कि वे भी पीएम मोदी के गवर्नेंस मॉडल पर ही चल रहे हैं। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ प्वाइंट्स दे रहे हैं, जिससे आपको योगी सरकार में पीएम मोदी सरकार की छाप दिखाई देगी।
बायोमेट्रिक मशीन से सरकारी ऑफिसों में हाजिरी
पीएम मोदी ने सरकार बनने के बाद सरकारी ऑफिसों में बायोमेट्रिक मशीनों से हाजिरी को अनिवार्य करने का आदेश दिया था।
इसी तरह यूपी में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद सरकारी दफ्तरों में बायोमेट्रिक मशीन से हाजिरी लगाने का आदेश दिया गया है।
मंत्रियों से मांगा संपत्ति का ब्योरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन शपथ लेते ही सभी मंत्रियों से उनकी संपत्ति का ब्योरा देने को कहा था। मालूम हो कि ऐसा ही आदेश प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने भी दिया था। केंद्रीय मंत्रियों के संपत्ति के ब्योरे की जानकारी पीएमओ की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराई गई है।
स्वच्छता पर जोर
पीएम मोदी ने स्वच्छता अभियान की देश में शुरूआत की थी। इस दौरान उन्होंने खुद भी झाड़ू लगाई और जनता को भी आसपास सफाई रखने के लिए कहा। योगी आदित्यनाथ ने भी मुख्यमंत्री बनते ही साफ-सफाई पर फोकस किया है। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में साफ सफाई को लेकर कड़े आदेश भी दिए गए हैं।
पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन्स
उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने नौकरशाहों से मंत्रालय को लेकर पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन्स देने के लिए कहा है। इसी तरह के आदेश पीएम मोदी भी प्रधानमंत्री बनने के बाद दे चुके हैं।
सरकार के 100 दिनों का एजेंडा
पीएम मोदी की सरकार बनने के बाद 100 दिनों का एजेंडा तय किया गया था। इस एक्शन प्लान को मंत्रियों और वरिष्ठ अफसरों ने तैयार किया था। पीएम मोदी के इस कदम पर चलते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार में भी 100 दिनों का एजेंडा तय किया गया है।