लखनऊ.यूपी असेंबली इलेक्शन में करारी हार के बाद कांग्रेस ऑफिस के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है। इसमें पॉलिटिकल स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर को खोजने वाले को 5 लाख रुपए का इनाम देने की बात कही गई है। बता दें कि यूपी इलेक्शन के लिए प्रशांत ने ही स्ट्रैटजी बनाई। पार्टी ने 105 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन जीत सिर्फ 7 सीटों पर मिली।
यह पोस्टर कांग्रेस के स्टेट सेक्रेटरी राजेश सिंह ने जारी किया है। इसमें प्रशांत किशोर को ‘स्वयंभू चाणक्य’ भी बताया गया है।
– सिंह के मुताबिक, “पीके ने कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा था कि मैं 220 सीटों पर जीत दिलाऊंगा। इससे कम आए तो मुझे पागल घोषित कर देना।”
– “उसके बाद गठबंधन हुआ तो 105 सीटों को लेकर कहा कि एक भी कम हो तो मुझे पागल घोषित करके बाहर कर देना। लेकिन जब से उन्होंने पार्टी की ऐतिहासिक हार कराई है, तब से मिल नहीं रहे हैं। ये उनकी ही कारस्तानी है। वो भाजपा से सुपारी लेकर आए थे कि कांग्रेस और सपा को जोड़कर हराएंगे।”
– “इससे अच्छा प्रदर्शन हम लोगों ने 2012 में किया था। हमारी 27 सीटें थीं और वोट प्रतिशत भी बढ़ा था। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले पीके अपनी पेमेंट लेकर किनारे हो गए।”
– “उसके बाद गठबंधन हुआ तो 105 सीटों को लेकर कहा कि एक भी कम हो तो मुझे पागल घोषित करके बाहर कर देना। लेकिन जब से उन्होंने पार्टी की ऐतिहासिक हार कराई है, तब से मिल नहीं रहे हैं। ये उनकी ही कारस्तानी है। वो भाजपा से सुपारी लेकर आए थे कि कांग्रेस और सपा को जोड़कर हराएंगे।”
– “इससे अच्छा प्रदर्शन हम लोगों ने 2012 में किया था। हमारी 27 सीटें थीं और वोट प्रतिशत भी बढ़ा था। बड़ी-बड़ी बातें करने वाले पीके अपनी पेमेंट लेकर किनारे हो गए।”
प्रशांत ने बड़े नेताओं से की बदसलूकी
– राजेश ने आगे कहा, “पीके हर मीटिंग में बड़े नेताओं तक को बोलने नहीं देते थे। उनके अनुभवों को भी तरजीह नहीं देते थे। जिस तरह से वो नेताओं के साथ बदसलूकी करते थे, वो गलत था। इसीलिए हमने उनको खोज कर लाने वाले को 5 लाख का इनाम देने की बात कही है।”
– राजेश ने आगे कहा, “पीके हर मीटिंग में बड़े नेताओं तक को बोलने नहीं देते थे। उनके अनुभवों को भी तरजीह नहीं देते थे। जिस तरह से वो नेताओं के साथ बदसलूकी करते थे, वो गलत था। इसीलिए हमने उनको खोज कर लाने वाले को 5 लाख का इनाम देने की बात कही है।”
कांग्रेस ने कहा- ये तरीका गलत
– पोस्टर पर कांग्रेस स्पोक्सपर्सन सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा, “ये कार्यकर्ताओं का गुस्सा है, क्योंकि उन्होंने मेहनत की है। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन गुस्सा जाहिर करने का तरीका गलत है। ये हमारी संस्कृति नहीं है। हम उनसे बात करेंगे कि वो अपनी बात मीटिंग में रखें।”
– पोस्टर पर कांग्रेस स्पोक्सपर्सन सत्यदेव त्रिपाठी ने कहा, “ये कार्यकर्ताओं का गुस्सा है, क्योंकि उन्होंने मेहनत की है। उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन गुस्सा जाहिर करने का तरीका गलत है। ये हमारी संस्कृति नहीं है। हम उनसे बात करेंगे कि वो अपनी बात मीटिंग में रखें।”