रांची: मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा है कि इस वर्ष राज्य में धान की पैदावार अच्छी हुई है। धान अधिप्राप्ति के लिए सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने निर्देश दिया है कि धान अधिप्राप्ति के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें तथा इस कार्य में पंचायत सेवकों तथा कृषक मित्रों के माध्यम से पंचायत एवं ग्राम स्तर तक डोर टू डोर प्रचार करवायें, ताकि क्रय केंद्र तक किसान पहुंचें। सीएस सोमवार को खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग की समीक्षा प्रोजेक्ट बिल्डिंग में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कर रही थीं।
सीएस ने निर्देश दिया कि किसानों को धान अधिप्राप्ति केंद्र तक लाने के लिए कृषक मित्रों को सभी निबंधित किसानों की सूची पंचायत एवं ग्राम वार उपलब्ध करायी जाये, ताकि वे उक्त ग्राम में किसानों से संपर्क कर उन्हें धान क्रय के लिए प्रोत्साहित कर सकें। कृषक मित्रों के लिए प्रोत्साहन के तौर पर प्रति 50 क्विंटल धान अधिप्राप्ति में भूमिका निर्वहन में विभाग की ओर से प्रोत्साहन राशि देने का भी निर्देश दिया गया। विभाग ने जानकारी दी कि अब तक राज्य में 1.2 लाख मीट्रिक टन की अधिप्राप्ति की जा चुकी है तथा कुल निबंधित 90 हजार किसानों में से 65 हजार किसानों को एसएमएस संप्रेषित किया जा चुका है। कहा कि जिन जिलों में गोदाम भर चुके हैं, उन गोदामों से अनाज के उठाव के लिए विभिन्न मिलों के मालिकों के साथ बैठक सुनिश्चित कर उठाव किया जाये।
आदिम जनजाति के घर तक पहुंचेगा 35 किलो चावल
सीएस ने कहा कि आदिम जनजाति समुदाय के लोगों को हर माह 35 किलो चावल उनके घर तक पहुंचाने की दिशा में काम किया जाये। एक अप्रैल से पीटीजी के लिए प्रखंड स्तर पर 35-35 किलो के पैकेट सखी मंडल के माध्यम से बनाये जायें।
तथा पंचायत सेवकों के माध्यम से उनका वितरण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने इस हेतु प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी तथा एलडीएम की जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। पंचायत सेवकों को इस कार्य हेतु विभाग द्वारा प्रति बैग 20 रुपये की राशि प्रोत्साहन के तौर पर दी जायेगी।
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