दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत ने विवाद के बाद श्रीलंका का दौरा रद्द कर दिया है। वह अगले महीने लाइका प्रोडक्शंस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए श्रीलंका जाने वाले थे। उनके इस दौरे से कई तमिल समर्थक संगठन विरोध कर रहे थे।
विदुथलाई चितरुथैगल काची (वीसीके) और तमिझागा विजुरमई काची (टीवीके) ने सुपरस्टार रजनीकांत को श्रीलंका जाने के फैसले पर विचार करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा कि इससे तमिल समुदाय उनसे नाराज हो सकता है। लाइका प्रोडक्शंस की ओर से 9 अप्रैल को आयोजित इस दौरे के दौरान रजनीकांत की ओर से सार्वजनिक तौर पर लोगों को संबोधित करने और पौधरोपण का भी कार्यक्रम था। वीसीके के एक सूत्र ने बताया था कि रजनीकांत के दौरे से दुनिया में यह संदेश जा सकता है कि श्रीलंका में स्थिति सामान्य हो गई है।
सूत्र ने बताया था कि श्रीलंका में कुछ नहीं बदला है। विशेषकर 2009 में छिड़े गृहयुद्ध के बाद विस्थापित श्रीलंकाई तमिलों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है। वे रजनीकांत का इस्तेमाल दुनिया को बेवकूफ बनाने के लिए कर रहे हैं कि जीवन अब पटरी पर लौट चुकी है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) अध्यक्ष एस तिरुनवुक्करास ने रजनीकांत के फैसले का स्वागत किया है।