धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह एवं उनके तीन समर्थकों की हत्या मामले में झरिया से तीन संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। इनसे शुक्रवार को पूछताछ की गयी। संदिग्ध अविनाश पासवान, भगतडीह निवासी शशि पासवान और बस्ताकोला के कारू सिंह झरिया में रह रहे थे। वहीं सिंफर निदेशक के पूरे परिवार को एसएसपी ने तलब किया और पूछताछ की गयी। नीरज सिंह की हत्या की शाम से ही कुसुम विहार में ठहरे चार युवक गायब हैं। चारों ने एक माह पहले सिंफर के पूर्व डायरेक्टर आरए राय का घर किराये पर लिया था। हत्या के बाद से ही चारों का अता-पता नहीं है। नीरज की हत्या में भी चार शूटरों की ही भूमिका बतायी गयी है।
इधर, एसआइटी टीम के नेतृत्वकर्ता एडीजी अजय सिंह ने कई अहम खुलासे किये। कहा कि हत्याकांड में बिहार और यूपी के अपराधी शामिल हैं। एडीजी ने बताया कि झरिया से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। एडीजी ने कहा, अनुसंधान की प्रक्रिया सही दिशा में तेजी से बढ़ रही है। जल्द हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली जायेगी। धनबाद के मनोरम नगर में सिंफर के पूर्व वैज्ञानिक के घर से किराये में रह रहे चार लोगों की रहस्यमय रूप से गायब होना भी पुलिस गंभीरता से ले रही है। सभी का स्कैच तैयार कराया गया है।
महंत पांडेय से पूछताछ
आरोपी महंत पांडेय से 15 मिनट तक पूछताछ की गयी। सिटी एसपी अंशुमन कुमार और सीआइडी के अधिकारियों ने उनसे पूछा कि घटना के वक्त वे कहां थे। इसके अलावा आरोपी गया सिंह और जैनेंद्र सिंह से पूछताछ की जा सकती है। उधर नीरज सिंह के परिवारवालों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। रघुकुल के बाहर सुरक्षा जवान तैनात हैं। घरवालों की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने 6 हथियारबंद गार्ड दिये हैं। गुरुवार को सभी गार्ड रघुकुल पहुंचे और सुरक्षा की कमान संभाल ली।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला
पुलिस टीम सरायढेला के हीरो होंडा के शो रूम में भी पहुंची। सीसीटीवी फुटेज की जांच की, लेकिन कुछ भी हाथ नहीं आया। बता दें कि 21 मार्च की शाम स्टील गेट स्थित कुंती निवास के पास पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह, पीए अशोक यादव, बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी और चालक घल्टू महतो की हत्या कर दी गयी थी।
सीबीआइ जांच हो : एकलव्य सिंह
पुलिस अैर एसआइटी पर भरोसा नहीं, सीबीआइ जांच हो। ये बातें नीरज के छोटे भाई डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह ने कहीं। शुक्रवार को नीरज की हत्या के चौथे दिन डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह, चाचा बच्चा सिंह मीडिया से रू-व-रू हुए। प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाया। कहा कि मामले में नामजद आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है। सीबीआइ जांच के बाद ही हत्याकांड का खुलासा हो सकता है। चाचा पूर्व मंत्री बच्चा सिंह भावुक हो उठे। कहा, सरकार को रघुकुल की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए। पूर्व में भी धनबाद जिला प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगायी जा चुकी है, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ।