नई दिल्ली: धांधली और घोटाले में संलिप्तता उजागर होने के बाद IAS अधिकारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में अब IAS एसोसिएशन लामबंद हो गया है। केंद्रीय आईएएस अधिकारी एसोसिएशन ने बिहार में नियुक्त अधिकारियों के खिलाफ पुलिस की कथित मनमानी कार्रवाई में बिहार सरकार और केंद्र सरकार से फौरन हस्तक्षेप करने की मांग की है।
आईएएस एसोसिएशन का कहना है बिहार कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में पेपर लीक के मामले में आईएएस सुधीर कुमार की गिरफ्तारी उचित नहीं हैं। वहीं इससे पहले एक अन्य आईएएश अधिकारी जितेंद्र गुप्ता की गिरफ्तारी का भी आईएएस एसोसिएशन ने विरोध किया था।
एसोसिएशन ने एक बयान में राज्य और केंद्र, दोनों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कड़ी मेहनत करने वाले, ईमानदार और गंभीर सिविल सेवकों का बिहार में पुलिस तंत्र के मनमाने और दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई से मनोबल नहीं गिराया जाए।
अपनी बिहार इकाई द्वारा रखे गये सारे तथ्यों को ध्यान से पढ़ने के बाद केंद्रीय संगठन ने उन दोनों प्रस्तावों का समर्थन करने का फैसला किया है जिसमें इसके अधिकारियों की सुरक्षा और एक स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग शामिल है।