गढ़वा: वंशीधर नगर। गोसाईंबाग मैदान में आयोजित दो दिवसीय वंशीधर महोत्सव का समापन रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ। इसमें अंतरराष्ट्रीय ख्याती प्राप्त बांसुरी वादक चेतन जोशी, बॉलीवुड के मशहूर सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य, गायक रोहन पाठक के अलावा स्थानीय कलाकारों ने अपना जलवा बिखेरा। चेतन जोशी के बांसुरी वादन ने सबका मन मोह लिया।
अभिजीत भट्टाचार्य के गीतों पर श्रोता देर रात तक झूमते रहे। उन्होंने आशिक भी हूं, कातिल भी हूं…, बहुत खुबसुरत हो…, बड़ी मुश्किल है खोया मेरा दिल है…, जो चाहूं जीत जाऊं इतना सा ख्वाब है…, वादा रहा सनम होंगे जुदा ना हम…,चांद सितारे तोड़ लाऊं… गीत गाये। उन्होंने रक्तिमा के साथ जरा सा झूम लू मैं…, तौबा तुम्हारे ये इशारे…, किशोर कुमार के गाये गीत -मुशाफिर हूं यारों…, तुम दिल कि धड़कन में रहते हो… गाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
वहीं पार्श्व गायक रोहन देव पाठक ने अपनी प्रस्तुति की शुरुआत राधा कृष्ण की वंदना- नैना धारी ने कैसा जादू किया रे… से की। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़ कर एक कई खूबसूरत गीतों की प्रस्तुति कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। उन्होंने तोरे नैना बड़े दगाबाज रे… रंग दे तू मोहे गेरुआ… रैलिया बैरन पिया को लिये जाये रे… चलाओ न नैना से बाण रे जान लेलो न जान रे…, सुनो ना संगमरमर कुछ भी नहीं बिन तुम्हारे…, मुस्कुराने कि वजह तुम हो गुनगुनाने की वजह तुम हो… सहित कई गीत प्रस्तुत किये।
वहीं सारेगामापा में अपनी मखमली आवाज से लोगों को दिल जीत चुकीं रक्तिमा ने जग घुमेया तारे जैसा ना कोई… ऐ जिंदगी आ गले लगा ले… लैला मैं लैला… गीत गाकर दर्शकों को खूब झुमाया।
स्थानीय कलाकारों ने श्रीकृष्ण -राधा के प्रेम और उनकी लीलाओं पर आधारित गीत-नृत्य की प्रस्तुति दी। इससे पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत संगीत कला महाविद्यालय के निदेशक प्रमोद सोनी के निर्देशन में गढ़वा के कलाकारों ने की। इस दौरान नन्हें कलाकारों ने खूब वाहवाही बटोरी। कार्यक्रम का शुभारंभ यीशु गोस्वामी एवं साथियों ने श्रीकृष्ण वंदना मधुरम-मधुरम से की। इसके बाद गायिका कृति कुमारी एवं साथी ने सत्यम शिवम सुंदरम…. गीत प्रस्तुत कर सबों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में प्रत्युश मिश्रा ने बाजे रे मुरलिया बाजे रे… गीत गाकर लोगों को भाव-विभोर कर दिया। वहीं नन्हीं कलाकारा पलक तिवारी ने मैं जिस दिन भुला दू तेरा प्यार… गीत प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। म्यूजिक डायरेक्टर बसंत कुमार रवि ने जैसे ही लकड़ी जल कोयला भइल, कोयला जल भई राख… गाया, लोगों ने खूब तालियां बजायीं। केंद्रीय विद्यालय की छात्राओं ने या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण… पर युगल नृत्य प्रस्तुत कर लागों को खूब झुमाया। वहीं मोहित केशरी ने मधुबन मे राधिका नाचे रे…. अपने शास्त्रीय गायन से लोगों की खूब तालियां बटोरी। केंद्रीय विद्यालय की छात्रा समृद्धि ने चाल मतवाली… गीत पर मनमोहक डांस किया। यीशु गोस्वामी एवं साथी ने कैसे कहू सखी मोहे लाज लगे… सामूहिक गीत प्रस्तुत कर लोगों का खूब मनोरंजन किया। वहीं प्रीति तिवारी ने ऐसा जादू डाला रे…. गीत प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर विवश कर दिया।
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