ग्रेटर नोएडा: 12 वीं कक्षा के छात्र (मनीष खारी) की मौत के बाद दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा इलाके में भड़के बवाल के बाद अफ्रीकी मूल के छात्रों के साथ मारपीट के मामले ने पूरे देश को हिला दिया। मामले में बयान देते हुए गुरुवार को राज्यसभा में विदेश मंत्री सुष्मा स्वराज कहा कि यह घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है , पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।

इस बीच बीते दिन एक अफ्रीकी मूल की छात्रा ने मारपीट के मामल में रिपोर्ट दर्ज कराया। लेकिन छात्रा के इस आरोप को पुलिस नें सिरे से खारिज कर दिया है। मामले पर मीडिया को संबोधित करते हुए नोएडा पुलिस ने इसे फर्जी मामला करार दिया है।

ममाले को फर्जी करार देते हुए नोएडा एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा कि लड़की ने जब सीधे चौकी इंचार्ज को फोन किया तो इस पर शक हुआ, और जब जांच की गई तो पता चला कि कथित घटना से एक रात पहले ही उसने देर रात करीब तीन बजे चौकी इंचार्ज से उसका नंबर लिया था और अगले ही दिन उसने उसे फोन कर दिया।

पुलिस के बताया कि लड़की ने घटना को लेकर अपने बयान में बताया था कि मामला तड़के सुबह का है, जबकि उसने फोन सुबह करीब 7.30 बजे किया। इसके बाद पुलिस ने ओला टैक्सी से संबंधित जांच कराई, जिसमें पता चला कि पिक अप से लेकर ड्रॉप तक के समय में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई थी, इसके अलावा टैक्सी ड्राइवर ने भी अपने बयान में इसकी पुष्टि की है।

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