नई दिल्ली: दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में करीब 5,000 नर्स शुक्रवार को एक साथ कैजुअल लीव पर चली गईं. उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की अनुशंसाओं को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया है. नर्सो ने निर्वतमान उपनिदेशक (प्रशासन) वी. श्रीनिवास के नेतृत्व में बैठक की और कहा उन्हें संशोधित वेतनमान दिया जाए और भत्तों में वृद्धि की जाए.
नर्सो के एक साथ अवकाश पर चले जाने से एम्स में आपातकालीन सेवाएं प्रभावित होंगी. हालांकि ओपीडी और अन्य चिकित्सा सेवाएं नियमित रूप से जारी रहेंगी.
अस्पताल की एक वरिष्ठ नर्स ने बताया, “हमने प्रशासन से साफ कह दिया है कि यदि हमारा वेतन ग्रेड 4,600 रुपये से बढ़ाकर 5,400 रुपये नहीं किया जाता है तो हम 27 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.”
उन्होंने अपने नर्सिग भत्तों में भी वृद्धि की मांग की है. एम्स प्रशासन के अनुसार, नर्सो का प्रस्ताव स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है.