आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के मध्यस्थता से जुड़े निर्णय का विपक्षी दलों ने स्वागत किया है। हालांकि इस मामले पर सत्तारूढ़ बीजेपी ने किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने साफ कहा कि यह लोगों की भावना से जुड़ा हुआ विषय है और इसका मिल बैठकर ही समाधान निकालना उचित होगा। पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जब लोग मिल बैठकर बात करेंगे तो दिल के दरवाजे खुलेंगे और समाधान सामने आयेगा। ऐसे में जो भी फैसला होगा उसे स्वीकार करने में दोनों पक्षों को सहूलियत होगी।
वहीं, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहां शुरू से स्टैंड रहा है कि अयोध्या मंदिर निर्माण मामले का फैसला बातचीत के जरिए हो। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने 8 हफ्ते के अंदर रिपोर्ट मांगी है। आलोक दुबे ने कहा कि सबसे बड़ा बिंदु यह है की बातचीत फैजाबाद में होगी। वहां पर दोनों पक्ष बैठकर अपनी अपनी बात रखेंगे और एक बीच का रास्ता निकल कर आयेगा।