रांची। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग की लड़ाई में झारखंड सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उसने तत्काल प्रभाव से झारखंड के सभी 24 जिलों में लॉकडाउन करने की घोषणा की है। इस आशय का निर्णय रविवार देर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में कोरोना की भयावहता पर चिंता व्यक्त की गयी और सुरक्षा की दृष्टि से झारखंड में तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक लॉक डाउन करने का निर्णय हुआ। इस दौरान सभी नागरिकों को अपने घर में रहने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के क्रम में बाहर जाने पर सामाजिक दूरी के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा गृह सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी एमवी राव, स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, वरीय अधिकारी अरुण सिंह, श्रम विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, परिवहन सचिव के रविकुमार और मुख्यमंत्री के विशेष कार्यपदाधिकारी गोपालजी तिवारी, रांची के उपायुक्त महिमापत रे और एसएसपी अनीश गुप्ता उपस्थित थे। रात नौ बजे राज्यपाल के आदेश से सरकार के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने लॉकडाउन से संबंधित आदेश जारी कर दिया है।
आदेश में कहा गया है कि आकस्मिक सेवाओं को छोड़ कर राज्य सरकार के सभी कार्यालय बंद रहेंगे। पदाधिकारी और कर्मचारी अपने घर से कार्य करेंगे। जरूरत पड़ने पर विभाग के प्रधान उन्हें कार्यालय बुलायेंगे। कर्मचारियों को मुख्यालय किसी भी स्थिति में नहीं छोड़ना है। यह भी निर्णय लिया गया है कि सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, कार्यालय, फैक्टरी, गोदाम, साप्ताहिक हाट बाजार पूरी तरह से बंद रहेंगे। सभी प्रकार के निर्माण कार्य अगले आदेश तक स्थगित रहेंगे। राज्य के सभी धार्मिक स्थलों में दर्शन के लिए पूर्ण पाबंदी रहेगी। टैक्सी, आॅटो रिक्शा, बसें, ई रिक्शा भी बंद रहेंगे।
जनता कर्फ्यू के दौरान पसरा सन्नाटा
इससे पहले देश भर के लोगों ने रविवार को एक आवाज में अपना संकल्प व्यक्त किया कि भारत वैश्विक महामारी को हरा कर ही दम लेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर पूरे देश ने ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन किया और घरों में बंद रहे। आजादी के बाद यह पहला अवसर था, जब पूरा देश बिना किसी प्रशासनिक दबाव के अपने घरों में बंद रहा। देश के विभिन्न हिस्सों के साथ झारखंड में भी जनता कर्फ्यू के दौरान लोग घरों में रहे। केवल आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं ही चालू रहीं। झारखंड के कुछ शहरों में कुछ गैर-जिम्मेदार लोग जनता कर्फ्यू का उल्लंघन करने निकले। मेदिनीनगर और गिरिडीह में दोपहिया वाहनों पर बाहर निकले लोगों को पुलिस ने रोक कर वापस भेजा।
आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी
झारखंड में लॉकडाउन के दौरान आकस्मिक सेवाओं से संबंधित संस्थान और अन्य प्रतिष्ठान खुले रहेंगे। इसमें राशन दुकान, खाद्य आपूर्ति से संबंधित परिवहन सेवाएं, खाद्य पदार्थ किराना दुकान खुली रहेंगी। कहा गया है कि विधि व्यवस्था से संबंधित पदाधिकारी और कर्मी, पुलिस, स्वास्थ्य, अग्निशमन सेवाएं, कारा सेवाएं, बिजली, पेयजलापूर्ति और नगर पालिका की सेवाएं, बैंक एटीएम, प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया, टेलीकॉम, इंटरनेट, आइटी आधारित सेवाएं, पोस्टल सेवाएं, खाद्य, दवा, चिकित्सा उपकरण सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की इ कॉमर्स आपूर्ति, खाद्य पदार्थ, दूध, ब्रेड, फल एवं सब्जी के परिवहन एवं भंडारण की गतिविधियां, टेक अवे होम डिलिवरी रेस्टोरेंट, हास्पीटल, दवा दुकान, चश्मे की दुकान, दवा उत्पादन की गतिविधियों एवं संबंधित परिवहन, पेट्रोल, डीजल पंप और एलपीजी, सीएनजी गैस के परिवहन एवं भंडारण की गतिविधियां, उत्पादन एवं निर्माण इकाइयां, जिन्हें निरंतर प्रक्रिया की आवश्यकता होती है, उपायुक्त से अनुमति लेकर वे अपनी इकाई चालू रख सकते हैं।