झारखण्ड विधानसभा सत्र के चौथे दिन बुधवार को वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश किया। बजट में 91270 करोड़ रुपये के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 4900 करोड़ रुपये अधिक का प्रावधान किया गया है।पिछला बजट 86370 करोड़ का था। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में दावा किया है कि बजट में कृषि, रोजगार और गांव पर फोकस किया गया है।
बुधवार को बजट सत्र के चौथे दिन भी सदन की कार्यवाही के बीच भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। कार्यवाही शुरू होने पंद्रह मिनट बाद ही भाजपा विधायकों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सदन में भाजपा के तमाम विधायक तरह-तरह की मांग छपी भगवा टी शर्ट पहन कर सदन पहुंचे हैं। भाजपा विधायक नियोजन नीति रद्द करने का विरोध कर हंगामा करते रहे। इसके साथ ही वे केरोसिन विस्फोट, बालू खनन, महंगाई आदि मुद्दे को लेकर विरोध कर रहे हैं। विरोध जता रहे भाजपा विधायकों के पास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी पहुंचे तो भाजपा विधायकों ने जय श्रीराम के नारे लगाये। इस पर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने भी जय श्रीराम के नारे लगाये। बारह बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव ने बजट भाषण शुरू किया। उन्होंने बजट में 91270 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रावधान किया गया है। झारखंड सरकार का पिछला बजट करीब 86 हजार करोड़ रुपये का था।
वित्त मंत्री के बजट भाषण शुरू करते ही भाजपा सदस्यों ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया है। वित्त मंत्री हंगामे के बीच बजट पेश करते रहे। वित्त मंत्री ने कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए 18,653 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना की वजह कृषि क्षेत्र को संवारना जरूरी है। बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से बेरोजगार होकर लोग लौटे हैं, इन्हें ऱोजगार मुहैया कराना सरकार की प्राथमिकता है।