मुख्यमंत्री ने तपोवन मंदिर क्षेत्र के सौंदर्यीकरण की आधारशिला रखी
मंदिर में शीश झुकाकर राज्य की उन्नति और सुख-शांति की कामना की
रांची। रांची के ऐतिहासिक तपोवन मंदिर, निवारनपुर का स्वरूप बदलेगा। मंदिर और आसपास का क्षेत्र विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने मंगलवार को पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर तपोवन मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण और पुनर्निर्माण कार्य की आधारशिला रखी।
इसके पहले मुख्यमंत्री और विधायक सीपी सिंह ने मंदिर में शीश झुकाकर राज्य की उन्नति, सुख-शांति, सद्भाव और समृद्धि की कामना की। गदा उठाकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जय श्रीराम। इसके बाद विधानसभा सत्र की व्यस्तता का हवाला देते वे जल्द ही वहां से निकल गये। उन्होंने जनसमुदाय से कहा कि उन्हें फिर खुशी होगी जब वे रामनवमी के दिन इस मंदिर में आएंगे। लोगों ने उनका आभार जताते इसे सरकार की बड़ी सौगात बताया।
शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान रांची विधायक सीपी सिंह, नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, जुडको, रांची नगर निगम के पदाधिकारी और अन्य अन्य लोग भी उपस्थित थे।
सौंदर्यीकरण और पुनर्निर्माण कार्य का एक्शन प्लान
तपोवन मंदिर परिसर और आसपास के 7000 वर्ग मीटर के क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण और पुनर्निर्माण कार्य पर 14 करोड़ 67 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। जुडको ने इसका एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत कडरू से तपोवन मंदिर तक पुल का चौड़ीकरण और हरमू नदी को कवर किया जाएगा। ओवरब्रिज से निवारणपुर जाने वाली सड़क का भी चौड़ीकरण हाेगा। मंदिर आने के लिए वैकल्पिक मार्ग और अप्रोच रोड भी बनाया जाएगा। मंदिर के दोनों ओर तोरणद्वार बनेंगे।
सौंदर्यीकरण के तहत कडरू साइड वाले पुल को डबल लेन का बनाया जाना है। पुल के दोनों ओर हरमू नदी को 100-100 मीटर सीमेंट से ढाल कर ढंका जाएगा। बायीं ओर ढ़की नदी के ऊपर के रास्ते को भविष्य में आगे बढ़ाकर तिवारी बेंचर पेट्रोल पंप के पास निकाला जाना है। फिलहाल, यह मार्ग मंदिर के बगल और पीछे बनने वाले पार्क तक ही जायेगा। इस मार्ग से लोग पार्क आना-जाना करेंगे। मंदिर और इसके आसपास के सौंदर्यीकरण का एक उद्देश्य यह भी है कि लोग रामनवमी के अलावा वर्ष भर हरियाली भरे माहौल में सुकून के पल गुजार सकें।
ये सुविधाएं भी होंगी
यहां पार्किंग एरिया, लॉन, बच्चों के खेलने का क्षेत्र पार्क आउटडोर जिम, सर्विस ब्लॉक टेंपल प्लाजा, ग्रीन वॉल और कियोस्क की भी सुविधा श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध होगी