रांची। झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2022-23 पेश की गई। सर्वेक्षण के मुताबिक चालू वित्तीय वर्ष (2022-23) में राज्य की आर्थिक विकास दर 7.8 फीसदी है और वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसका 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
झारखंड में गरीबी दर कम हो रही है। साथ ही कोरोना की चुनौतियों के बावजूद यह राज्य आर्थिक विकास के पैमाने पर आगे बढ़ रहा है। विधानसभा के जारी बजट सत्र में पेश झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में इसका दावा किया गया है। पेश इस सर्वेक्षण के अनुसार 2015-16 और 2019-21 के बीच राज्य में गरीबी का हेड काउंट लगभग 13 प्रतिशत (5.6 प्रतिशत) कम हो गया। वर्ष 2019-21 में बहुआयामी गरीबों का प्रतिशत घटकर 36.6 प्रतिशत हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में 42.2 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में यह 11.1 फीसदी हो गया।
इसके पूर्व 2015-16 के आंकड़ों (एनफएस-IV) के मुताबिक शहरी गरीबी में करीब चार फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 8 फीसदी की कमी आयी है। इसका कारण स्वास्थ्य और शिक्षा के संकेतकों में सुधार है। लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार आने से गरीबी की घटनाओं में गिरावट आयी है। 2015-16 में 42.16 फीसदी लोग बहुआयामी गरीब पाए गये। ग्रामीण क्षेत्रों में 50.93 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 15.26 प्रतिशत लोग बहुआयामी गरीब पाए गये थे।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक झारखंड देश के कम आय वाले राज्यों में से एक है। राज्य की प्रति व्यक्ति आय की तुलना में लगभग 40 फीसदी कम है। झारखंड का स्थिर (2011-12) मूल्यों पर जीएसडीपी वर्ष 2021-22 में देश के स्थिर मूल्यों पर सकल घरेलू उत्पाद का 1.61 प्रतिशत रहा है। कुछ वर्षों को छोड़कर ज्यादातर झारखंड का विकास दर देश के विकास दर से अधिक रहा है। चालू वित्त वर्ष (2022-23) में देश का विकास दर सात फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया गया है। झारखंड में यह 7.8 प्रतिशत है। वित्त वर्ष 2023-24 में देश के विकास दर में जहां 6 से 6.8 प्रतिशत की सीमा में वृद्धि होगी।झारखंड में 7.4 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।
सर्वेक्षण के मुताबिक कोरोना के कारण देश की वास्तविक जीडीपी में 6.6 फीसदी की गिरावट आयी थी। राज्य की वास्तविक जीडीपी में केवल इसी अवधि (2021-22) में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। कोविड-19 महामारी की दूसरी और तीसरी लहर के बावजूद 2021-22 में राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ। इस अवधि में राज्य का विकास दर 8.2 प्रतिशत रहा। चालू वित्त वर्ष (2022-23) में 7.8 प्रतिशत और 2023-24 में 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।