रांची। कोरोना काल में राजधानी रांची में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले में आरोपी राजीव कुमार और मनीष कुमार सिन्हा के डिस्चार्ज पिटिशन पर साइबर क्राइम एंड ड्रग कॉस्मेटिक मामले की विशेष अदालत में दोनों पक्षों की सुनवाई पूरी हो गई। इसके बाद अदालत ने मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया।
अदालत 3 अप्रैल को अपना फैसला सुनायेगी। दरअसल, आरोपियों ने देश में कोरोना की आपदा में इस दवा की झारखंड में व्यापक मांग को देखते हुए कालाबाजारी कर दवा की अधिक कीमत की वसूली की थी। फर्जी दस्तावेज और अनाधिकृत रूप से रेमडेसिविर इंजेक्शन की बिक्री इनके द्वारा की गई थी। जिस पर झारखंड हाइकोर्ट ने संज्ञान लिया था।
जांच के लिए तत्कालीन एडीजी अनिल पालटा के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था। एसआइटी ने जांच पूरी करते हुए अदालत में चार्जशीट कर दिया था। मामले में आरोपी राजीव कुमार और मनीष कुमार सिन्हा के खिलाफ 26 जून 2021 को पहला आरोप पत्र एसआइटी ने दाखिल किया था। मामले को लेकर कोतवाली थाना में कांड संख्या 107/2021 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई थी।