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    Home»अन्य खबर»इतिहास के पन्नों में 22 मार्चः नादिरशाह का दिल्ली में कहर, खून के आंसू रोई जनता
    अन्य खबर

    इतिहास के पन्नों में 22 मार्चः नादिरशाह का दिल्ली में कहर, खून के आंसू रोई जनता

    adminBy adminMarch 21, 2024No Comments3 Mins Read
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    देश-दुनिया के इतिहास में 22 मार्च की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह साल 1769 की वही तारीख है जब दिल्ली की जनता खून के आंसू राई। दरअसल मार्च 1739 में फारस (अब ईरान) के बादशाह नादिरशाह ने भारत पर हमला कर दिया और करनाल में हुई लड़ाई में मुगलिया सेना की बुरी तरह से शिकस्त हुई थी। मुगलों की हार के बाद नादिरशाह का दिल्ली पर कब्जा हो गया। नादिरशाह जब अपने लाव-लश्कर के साथ लाल किले पर पहुंचा तो दंगे भड़क गए और लोगों ने उसकी सेना के कई सिपाहियों को मार दिया। इससे गुस्साए नादिरशाह ने दिल्ली में कत्लेआम का हुक्म दिया और आज की पुरानी दिल्ली के कई इलाकों में उसकी फौज ने आम लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को इतिहास में ‘कत्लेआम’ के तौर पर जाना जाता है।

    सबसे खौफनाक कत्लेआम चांदनी चौक,लाल किला, दरीबा और जामा मस्जिद के आसपास के इलाके में हुआ। यहीं पर सबसे महंगी दुकानें और जौहरियों के घर थे। नादिरशाह के सैनिक घर-घर जाकर लोगों को मार रहे थे। कत्लेआम करते हुए वे लोगों का माल-असबाब लूट रहे थे और उनकी बहू-बेटियों को उठा ले रहे थे। बच्चे, बूढ़े किसी को भी नहीं छोड़ा। सिपाहियों ने घरों में आग लगा दी। उसमें उन्होंने मृतकों को, घायलों को- चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान, सबको जला डाला। यह कत्लेआम सुबह नौ बजे शुरू हुआ और दोपहर 2 बजे तक बेरोकटोक चलता रहा। तब के शहर कोतवाल के मुताबिक, इस कत्लेआम में 8000 लोग मारे गए थे।

    महत्वपूर्ण घटनाचक्र

    1890ः रामचंद्र चटर्जी पैराशूट से उतरने वाले पहले भारतीय व्यक्ति बने।

    1942ः सर स्टैफर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में क्रिप्स मिशन भारत पहुंचा।

    1942ः दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापानी नौसेना और वायुसेना ने पोर्ट ब्लेयर में कदम रखा।

    1947ः लॉर्ड माउंटबेटन आखिरी वायसराय के तौर पर भारत आए।

    1964ः कलकत्ता (अब कोलकाता) में पहली विंटेज कार रैली का आयोजन।

    1969ः भारतीय पेट्रोकेमिकल्स निगम लिमिटेड का उद्घाटन।

    1977ः आपातकाल के बाद हुए आम चुनाव में कांग्रेस की जबरदस्त हार के बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपा।

    1993ः पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया।

    1995ः रूसी अंतरिक्ष यात्री वालेरी पेलियाकोव साढ़े चौदह माह के रिकार्ड अंतरिक्ष प्रवास के पश्चात पृथ्वी के लिए रवाना।

    1999ः शेखर कपूर की फिल्म ‘एलिजाबेथ’ को सर्वश्रेष्ठ मेकअप का आस्कर पुरस्कार।

    1999ः जार्डन के शाह अब्दुल्ला ने अपनी पत्नी राजकुमारी रानिया को आधिकारिक रूप से महारानी नामित किया।

    2003ः पाकिस्तान सरकार ने इराक पर अमेरिकी हमले के मद्देनजर सैफ सेल प्रतियोगिता स्थगित की।

    2005ः हिकिपुन्ये पोहांबा ने नामीबिया के राष्ट्रपति पद की शपथ ली।

    2007ः पाकिस्तान ने हत्फ-7 मिसाइल का परीक्षण किया।

    2010ः भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की स्वर्ण चतुर्भुज परियोजना में कार्यरत युवा इंजीनियर सत्येंद्र दुबे हत्याकांड में तीन लोगों, मंटू कुमार, उदय कुमार और पिंकू रविदास को पटना की एक अदालत ने दोषी ठहराया।

    जन्म

    1877ः ऑटोमोबाइल क्षेत्र के अग्रणी उद्यमी टी.वी.सुन्दरम अयंगर।

    1885ः भारतीय पुरातत्व वैज्ञानिक गुलाम याजदानी।

    1922ः भारतीय स्वतंत्रता सेनानी चिंतामणि पाणिग्रही।

    1960ः भारतीय शास्त्रीय संगीतकार रागिनी त्रिवेदी।

    निधन

    1971ः स्वतंत्रता सेनानी और संपादक हनुमान प्रसाद पोद्दार।

    1977ः वामपंथी नेता ए.के. गोपालन।

    2000ः नगालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री वमुजो फेसाओ।

    महत्वपूर्ण दिवस

    -विश्व जल दिवस।

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