बहराइच। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोण्डा, बहराइच और बलरामपुर जिलों के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को पूर्वाह्न बहराइच में 845.19 लाख की लागत से 2,138 वर्ग मीटर में विस्तृत बहराइच की तहसील मिहींपुरवा(मोतीपुर) के मुख्य भवन का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने आवासीय भवनों का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम काे संबाेधित करते हुए उन्होंने आक्रांताओं का महिमामण्डन करने वालों को आड़े हाथों लिया। योगी ने कहा कि आक्रांताओं का महिमामण्डन करने वालों को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बहराइच जनपद भारत की ऋषी परम्परा से जुड़ा है। बालार्क ऋषि का आश्रम बहराइच जिले में था। उन्हीं के नाम पर जिले का नाम आगे बढ़ा था। महाराजा सुहेलदेव ने विदेशी आक्रांताओं को धूलधूसरित किया था। उनके सौर्य और पराक्रम का ही नतीजा था कि उसके बाद डेढ़ सौ वर्षों तक कोई विदेशी हमारी पावन धरा पर कदम नहीं रख सका था। इस पावन धरा काे नमन करता हूं। पिछली सरकारें इधर ध्यान नहीं दीं। यहां तहसील भवन नहीं था। सबसे ज्यादा कार्य लोगों का तहसील से पड़ता है। जब अपना तहसील भवन ही नहीं होगा तो आम जन को राजस्व से जुड़े मामलों में न्याय कैसे मिल पाएगा।
2017 में जब हमारी सरकार आई तो 33 लाख से अधिक मामले लंबित थे। हमने समयसीमा तय की। लेखपाल से लेकर ऊपर तक सबकी जवाबदेही तय की गयी। हजारों एकड़ भूमि अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया। आज उत्तर प्रदेश में निवेश आ रहा है। ग्राम शौचालय , वाईफाई, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे प्रमाणपत्र गांव में ही मिलेगा। इस दिशा में हम काम कर रहे हैं। आज यह तहसील भवन आप सबको समर्पित करने आया हूं। यहीं आवासीय कालोनी भी बनाई जा रही है। तहसील में तैनात अधिकारी यहीं निवास करेंगे। अब गरीबों के साथ अन्याय नहीं होगा। यह बराइच जिला अनंत संभावनाओं को समेटे हुए है। यहां पर्याप्त संपदा है। यह वही जनपद है जो अराजकता का शिकार था। आज यहां का विकास हो रहा है।इस मौके पर पद्मसेन चौधरी, बलहा की विधायक सरोज सोनकर, विधायक सुरेश्वर सिंह, सुभाष त्रिपाठी, रामनिवास वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, पूर्व सांसद अक्षयबर लाल गौड़ समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।