रिकवरी एजेंट को गिरफ्तार करने पहुंची थी धनबाद सीबीआइ
बोकारो। जिले के हरला थाना क्षेत्र में सीबीआइ एंटी करप्शन टीम पर लोगों ने हमला कर दिया है। सीबीआइ की टीम झारखंड ग्रामीण बैंक के गाड़ी रिकवरी एजेंट को गिरफ्तार करने पहुंची थी। इस हमले में सीबीआइ टीम के तीन सदस्य घायल हो गये हैं। वहीं इस मामले में रिकवरी एजेंट धनराज चौधरी को टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ की टीम ने इस मारपीट की घटना को लेकर हरला थाना में मामला दर्ज कराया है। तीनों सदस्यों का इलाज बोकारो जेनरल अस्पताल में किया गया। जानकारी के मुताबिक झारखंड ग्रामीण बैंक से एक व्यक्ति ने ट्रैक्टर लोन पर लिया था। लोन नहीं चुका पाने के कारण ट्रैक्टर को रिकवरी एजेंट धनराज चौधरी ने रिकवरी कर रखा था। ट्रैक्टर मालिक बैंक में पैसे चुकाने के बाद ट्रैक्टर को रिलीज करने रिकवरी एजेंट के पास गया। लेकिन रिकवरी एजेंट के द्वारा ट्रैक्टर को वापस देने के एवज में बैंक अधिकारी और खुद के नाम पर पैसे की मांग की जा रही थी। जिसकी शिकायत पीड़ित ने धनबाद सीबीआइ एंटी करप्शन को दी थी।
सीबीआइ एंटी करप्शन टीम ने बुधवार सुबह पहले धनराज चौधरी को पैसे देते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उसके बाद उसे गाड़ी में बैठाकर ले जा रही थी। इसी दौरान कालीबाड़ी के पास लोगों का हुजूम मौके पर पहुंचा और सीबीआइ की टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान सीबीआइ की टीम मौके से जान बचाकर आरोपी धनराज चौधरी को लेकर बोकारो पहुंची, जहां उससे पूछताछ की गयी।
सीबीआइ टीम ने मौके पर आरोपी के घर से ट्रैक्टर को भी जब्त किया है और अन्य कागजातों को भी खंगालने का काम किया। इस दौरान सीबीआइ के अधिकारी मीडिया से कुछ भी बोलने से बचते नजर आये। इस दौरान हरला थाना प्रभारी अनिल कश्यप ने बताया कि कार्रवाई के दौरान सीबीआइ की टीम से मारपीट की गयी है। जिसके बाद टीम ने लिखित शिकायत की है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।